मुजफ्फरनगर की मोती झील में दूषित जल आने के कारण पल रही मछलियां मर गई। जिसके चलते मछली पालक को हजारों रुपए का नुकसान हो गया। विशेषज्ञों ने मछलियों के मरने का कारण दूषित जल और बरसात के दिनों में झील के पानी में डिजॉल्व ऑक्सीजन की कमी बताई।
मुजफ्फरनगर के काली नदी के समीप ऐतिहासिक पर्दाफाश मोतीझील में इन दिनों मछली पालन किया जा रहा है। झील में आसपास की बस्ती का निस्तारित जल आ रहा है। शनिवार और रविवार को अचानक मोतीझील में पल रही मछलियां मरना शुरू हो गई। मरी हुई मछलियां किनारे पर पहुंची तो मछली पालक शमीम को इसकी जानकारी हुई।
शमीम ने बताया कि उन्होंने मोतीझील में रोहू और मुराखि सिल्वर मछली का पालन किया हुआ है। बताया कि अचानक से झील की मछलियां मरना शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि इस मामले में विशेषज्ञों की राय ली गई तो जानकारी मिली की मोती झील का पानी दूषित हो रहा है।
इसके अलावा पानी में ऑक्सीजन की कमी भी आ गई है। बताया कि विशेषज्ञों के अनुसार बरसात के दिनों में झील के पानी में डिजॉल्व ऑक्सीजन की कमी आ जाती है। जिसके चलते पानी में पल्ले जीव जंतुओं को नुकसान होता है। उन्होंने बताया कि झील में वाकसीमा दवा और नमक डाला गया है।