मुजफ्फरनगर के रोनी हर्जीपुर में ग्रामीणों पृथ्वीराज चौहान के सेनापति की मूर्ति स्थापित की है। जिसको प्रशासन हटना चाह रहा था। मूर्ति को हटाने पहुंचे पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों को जनता की विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान लोगों ने केंद्रीय मंत्री डॉ. संजीव बालियान के विरोध में जमकर नारेबाजी की और मूर्ति हटाने का विरोध किया। मौके पर तनाव को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है।
रोनी हर्जीपुर में शुक्रवार को ग्रामीणों ने पृथ्वीराज चौहान के मुख्य सेनापति ठा. धीरसिंह पुण्डीर की मूर्ति स्कूल की सरकारी भूमि पर अनधिकृत रूप से स्थापित कर दी। जिसकी सूचना पुलिस व प्रशासन को दी गयी। सूचना पर एसडीएम सदर परमानन्द झा और थाना प्रभारी राकेश कुमार शर्मा पुलिस बल के साथ पहुंचे। प्रशासन ने मूर्ति हटाने के लिये ग्रामीणों को समझाया। ग्राम प्रधान विनोद कुमार फौजी व अन्य ग्रामीणों को मूर्ति को प्रशासन की सहमति के आधार पर स्थापित करने का आश्वासन दिया गया। जिसे ग्राम प्रधान ने लिखित में देकर एसडीएम सदर परमानन्द झा को दो दिन में मूर्ति हटाने को कहा था। आरोप है कि बाद में वह अपनी बात से मुकर गये। जिसे लेकर पुलिस प्रशासन में हडकंप मच गया।
भारतीय किसान यूनियन ( अराजनैतिक) ने कहा कि इस मूर्ति की स्थापना समाज के सहयोग से की गयी है। समाज के द्वारा बड़े बड़े फैसले लिये जाते है और समाज ग्रामीणों के नाम भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक ब्लाक अध्यक्ष ठा, कुशलवीर सिहं,प्रवीण राणा, विनोद फौजी, अकुंर राणा, आदि हजारों ग्रामवासियों मौजूद रहे। इस दौरान पुलिस का प्रशासनिक अधिकारियों को देखकर ग्रामीणों ने पंचायत की। जिसमें केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ संजीव बालियान पर सहयोग न करने का आरोप लगाते हुए। उनके विरूद्ध नारेबाजी की गई। पंचायत के दौरान भाजपा को वोट दे दिए जाने को लेकर भी भाषण बाजी हुई।