मुजफ्फरनगर। खुब्बापुर थप्पड़ कांड में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की। शिक्षा विभाग ने अपना जवाब दाखिल किया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह सब इसलिए हुआ, क्योंकि राज्य ने अपराध के बाद वह नहीं किया जो उससे अपेक्षित था।
शाहपुर ब्लॉक के गांव खुब्बापुर स्थित नेहा पब्लिक स्कूल में कक्षा पांच के छात्र को थप्पड़ लगवाने के मामले में सुनवाई हुई। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शुभम शुक्ला सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। उन्होंने विभाग की ओर से अपना जवाब दाखिल किया। पीठ ने कहा कि जिस तरह घटना हुई, उसके बारे में राज्य को चिंतित होना चाहिए था। सुनवाई के दौरान बच्चे के घर से स्कूल की दूरी का मुद्दा भी उठाया गया। राज्य सरकार ने टीआईएसएस की रिपोर्ट के क्रियान्वयन पर हलफनामा दायर किया है। अगली सुनवाई नौ फरवरी को होगी।
खुब्बापुर गांव के नेहा पब्लिक स्कूल में शिक्षिका तृप्ता त्यागी ने पांच का पहाड़ा नहीं सुनाने पर अल्पसंख्यक समुदाय के छात्र की सहपाठियों से पिटाई करा दी थी। इसी दौरान जातीय टिप्पणी का भी आरोप है। प्रकरण के दौरान पीड़ित छात्र के चचेरे भाई ने वीडियो बना लिया। वीडियो के वायरल होते ही प्रतिक्रियाएं आने लगीं और शिक्षिका की गिरफ्तार करने की मांग उठने लगी। आरोपी शिक्षिका पर एफआईआर भी दर्ज हो गई थी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते तुषार गांधी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। जिसकी अगली सुनवाई नौ फरवरी को होगी।