उत्तर प्रदेश के बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ कई मामलों में सुनवाई चल रही है। इसी के तहत बाराबंकी की एमपीएमएलए कोर्ट में मुख्तार अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के मामले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई हुई। सरकार बनाम मुख्तार अंसारी मामले में जज कमलकांत श्रीवास्तव की एमपीएमएलए कोर्ट-4 में माफिया मुख्तार अंसारी बांदा जेल से जुड़ा था। वहीं अभियोजन पक्ष की ओर से जमानत पर रिहा दरोगा बृजेश सिंह की गवाही भी दर्ज की गई। इस दौरान मुख्तार के वकीलों ने दरोगा से क्रॉस एग्जामिनेशन शुरू किया तो वह पसीना-पसीना हो गया। वकीलों के क्रॉस एग्जामिनेशन में गवाह बृजेश सिंह को पसीना-पसीना देखकर माफिया मुख्तार ठहाके मारकर हंसने लगा। इस दौरान उसने अपनी मूंछों पर ताव भी दिया।
बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन ने मीडिया को बताया कि मुकदमे की अगली तारीख 4 जनवरी तय की गई है। इस मामले में दरोगा बृजेश सिंह से जिरह पूरी हो गई है। अगली तारीख में एफआईआर लिखने वाले मुलाजिम से जिरह की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि पेशी के दौरान डॉ. अलका राय, शेषनाथ राय, आनंद यादव, राजनाथ पेश हुए। जबकि अन्य लोगों को कोर्ट ने हाजिरी माफी दे दी।

दरअसल, साल 2019 में मुख्तार अंसारी एंबुलेंस केस उस समय सुर्खियों में आया था जब मुख्तार ने पंजाब की रोपण जेल से मोहाली कोर्ट जाने के लिए इसका इस्तेमाल किया था। माफिया मुख्तार अंसारी पंजाब में जिस एंबुलेंस का इस्तेमाल कोर्ट में पेशी और फिर जेल जाने के लिए करता था। वह बाराबंकी के फर्जी पते पर पंजीकृत बताई गई थी। जिसके बाद इस मामले की जांच की गई तो पता चला कि ये एंबुलेंस साल 2013 में फर्जी दस्तावेजों के सहारे बाराबंकी के आरटीओ में रजिस्टर्ड कराई गई थी।
इसके बाद साल 2022 में बाराबंकी की नगर कोतवाली में मुख्तार अंसारी समेत 13 लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले में अब बाराबंकी के एमपीएमएलए कोर्ट में सुनवाई चल रही है। इसमें माफिया मुख्तार खुद को बेगुनाह बता चुका है। मुख्तार ने कोर्ट को बताया “जब मैं पिछले 18 साल से जेल में बंद हूं तो गैंग कैसे बनाकर चला सकता हूं?” हालांकि इस मामले में जल्दी ट्रायल शुरू होने से माफिया घबराया भी है।

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