Lucknow: प्रखर समाजवादी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न देने के फैसले का स्वागत करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र से बड़ी मांग की है। सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट करते हुए मायावती ने लिखा- देश में खासकर अति-पिछड़ों को उनके संवैधानिक हक के लिए आजीवन कड़ा संघर्ष करके उन्हें सामाजिक न्याय व समानता का जीवन दिलाने वाले जननायक कर्पूरी ठाकुर को आज उनकी 100वीं जयंती पर अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित।”
मायावती ने आगे लिखा कि लिखा, “बिहार के दो बार मुख्यमंत्री रहे देश के ऐसे महान व्यक्तित्व श्री कर्पूरी ठाकुर जी को देर से ही सही अब भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित करने के केन्द्र सरकार के फैसले का स्वागत। देश के इस सर्वोच्च नागरिक सम्मान के लिए उनके परिवार व सभी अनुयायियों आदि को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।”
बसपा चीफ ने केंद्र सरकार से मांग की है, “इसी प्रकार दलितों एवं अन्य उपेक्षितों को आत्म-सम्मान के साथ जीने व उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए बीएसपी के जन्मदाता एवं संस्थापक कांशीराम का योगदान ऐतिहासिक व अविस्मरणीय है, जिन्हें करोड़ों लोगों की चाहत अनुसार भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित करना जरूरी।”
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 1986 और 2024 के बीच कितना बड़ा अंतर है। जिस महापुरुष को सबसे पहले भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए था। उन्हें सम्मानित करने का काम कांग्रेस की सरकारों ने नहीं किया। मैं पीएम मोदी का धन्यवाद करता हूं। आज 24 जनवरी को जननायक कर्पूरी ठाकुर का 100वां जयंती वर्ष भी है। कर्पूरी ठाकुर बिहार ही नहीं पूरे देश विशेषकर पिछड़ों, वंचितों और गरीबों के मुख्यमंत्री थे