बरेली। पीलीभीत बाईपास पर गोलीकांड के आरोपी राजीव राना मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। माफिया राजीव राना को पुलिस रिमांड पर लेगी और तमंचा आदि बरामद कराएगी। उसकी कुछ बिल्डिंगें बीडीए द्वारा गिरा व सील कर दी गईं हैं। इसके अलावा उसकी अवैध संपत्ति निशाने पर है। नाटकीय ढंग से सरेंडर करने वाले राजीव राना से पूछताछ के बाद पुलिस ने जेल भेज दिया।
पूछताछ में आरोपी काफी समय तक एक ही बात कहता रहा कि प्लाट उसका है। उसके प्रपत्र उसके पास हैं जिससे पुलिस के कई सवालों की गुत्थी उलझ गई है। गोलीबारी में प्रयोग किए गए असलहों की बरामदगी नहीं हुई है। ऐसे में आरोपी घटना में प्रयुक्त असलहे कहां से लाया। वारदात के बाद असलहे कहां छिपाए गए। अधिक संख्या में कारतूसों का प्रबंध किसने किया। फरारी के दौरान आरोपियों का कौन-कौन मददगार बना। कहां-कहां ठहरे। इन कई सवालों के जवाब व बरामदगी के लिए इज्जतनगर पुलिस आरोपी को कस्टडी रिमांड पर लेगी। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई हैं।
इज्जतनगर पुलिस शनिवार को कोर्ट में अर्जी दाखिल करने की तैयारी में है। असलहों की बरामदगी पर कई और चेहरे सामने आएंगे जिनकी मदद से इतनी बड़ी योजना तैयार की गई और घटना को अंजाम दिया गया। सफेदपोश और मददगारों के कनेक्शन की कड़ियां भी जुडेंगी। राजीव राणा से पूछताछ में यह भी साफ हुआ है कि दोनों पक्षों को नेताओं का पूरा संरक्षण हासिल था। नेताओं ने ही उन्हें आश्वस्त किया था कि कुछ भी हो, मामला संभाल लिया जाएगा। यही वजह रही कि दोनों पक्षों ने बगैर हिचकिचाहट जमकर फायरिंग की। लेकिन आखिर में दोनों पक्षों को ये दांव उल्टा पड़ गया।
इज्जतनगर पुलिस के मुताबिक नगर निगम, बीडीए व राजस्व विभाग के तालमेल से राना की प्रापर्टी की जानकारी जुटाई जा रही है। कई प्रापर्टी सामने आईं हैं। इस बीच यह जानकारी भी जुटाई जा रही है कि जमीनों के काम में राना के साथ कौन-कौन पार्टनरशिप है। संबंधित प्रापर्टी का भी पूरा ब्यौरा तैयार किया जा रहा है। विवादित प्रापर्टी में पार्टनरशिप करने वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।
इज्जतनगर पुलिस के मुताबिक नगर निगम, बीडीए व राजस्व विभाग के तालमेल से राना की प्रापर्टी की जानकारी जुटाई जा रही है। कई प्रापर्टी सामने आईं हैं। इस बीच यह जानकारी भी जुटाई जा रही है कि जमीनों के काम में राना के साथ कौन-कौन पार्टनरशिप है। संबंधित प्रापर्टी का भी पूरा ब्यौरा तैयार किया जा रहा है। विवादित प्रापर्टी में पार्टनरशिप करने वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।
बताया जा रहा है कि राना पर कार्रवाई के बाद कई बिल्डर बैकफुट पर हैं जो सीधे उनसे जुड़े थे। उन्हें डर है कि कहीं वह भी कार्रवाई की सीमा क्षेत्र में न आ जाए। फिलहाल, मामले में जिस तरह से पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है। कई बड़े नाम कार्रवाई की सीमा क्षेत्र में आ सकते हैं। राना की फोन सीडीआर से कई का फंसना तय माना जा रहा है।