जिले की सबसे संवेदनशील सीट मानी जाने वाली माफिया अतीक अहमद के वार्ड से समाजवादी पार्टी ने जीत दर्ज की है। सपा प्रत्याशी जहां आरा ने भाजपा के प्रत्याशी को पराजित किया। अतीक के बेटे असद के एनकाउंटर और अतीक और अशरफ की हत्या के बाद यह सीट चर्चा में आ गई थी। माना जा रहा था कि कम मतदान होने के कारण यहां पर सपा को नुकसान हो सकता है।
नगर निगम वार्ड नंबर 44 चकिया से समाजवादी पार्टी के नेता और निवर्तमान पार्षद आजम खां की पत्नी सपा के टिकट पर चुनाव मैदान में थी। माफिया के खिलाफ कार्रवाई के बाद यह सीट काफी चर्चा में आ गई थी। मतदाताओं का रुझान कांग्रेस की ओर बढ़ता दिख रहा था, इससे अनुमान लगाया जा रहा था कि यहां से भाजपा की प्रत्याशी जीत सकती है।
मतगणना शुरू होने के बाद पहले जहां आरा ने बढ़त बनाई थी, लेकिन दो राउंड की गणना के बाद अचानक भाजपा प्रत्याशी ने बढ़त बना ली थी, लेकिन अंतिम परिणाम आते आते भाजपा की प्रत्याशी पिछड़ गईं और सपा की जहां आरा ने जीत दर्ज की। चकिया वार्ड से आजम खां लगातार चार बार से पार्षद का चुनाव जीत रहे हैं। इसी 44 नंबर वार्ड में माफिया अतीक का पुश्तैनी मकान पड़ता है।