ज्वालामुखी । 2000 के नोट बंद होने के बाद ही एक श्रद्धालु ने ज्वालामुखी मंदिर में पहुंचकर 2000 के 400 नोट यानि कुल 8 लाख रुपए मां ज्वालामुखी के दरबार में चढ़ाए। रविवार को हुई काऊंटिंग के बाद मामले का पता चला। ऐसा माना जा रहा है कि ये नोट शनिवार को ही चढ़ाए गए हैं। इससे एक दिन पहले ही 19 मई को भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 का नोट चलन से बाहर करने की घोषणा की थी। गौरतलब है कि अभी 2 दिन पहले ही केंद्र सरकार ने 2000 का नोट बंद किया है और उसके तुरंत बाद एक श्रद्धालु द्वारा 2000 रुपए के 400 नोटों को चढ़ाना अपने आप में कई सवाल खड़े करता है।
मंदिर के कनिष्ठ अभियंता सुरेश कुमार ने बताया कि श्रद्धालुओं द्वारा यह राशि चढ़ाई गई है और मां के दरबार में कई बड़े से बड़े भक्त आते हैं, जो अक्सर बड़ी-बड़ी सौगातें मां के चरणों में अर्पित करते हैं और बड़े-बड़े चढ़ावे मां के दरबार में अर्पित करते हैं। नगर परिषद ज्वालामुखी के अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि अभी सितम्बर माह तक 2000 के नोट बैंक में बदले जा सकते हैं। ऐसे में मां ज्वालामुखी के दरबार में यदि 2000 के नोट आते हैं तो निश्चित तौर पर उनका मंदिर को लाभ होगा। मंदिर के विकास कार्यों पर यह पैसा खर्च किया जाएगा।
नयनादेवी मंदिर अधिकारी विपन ठाकुर ने बताया कि 19 मई को 2000 के नोट बंद होने की घोषणा के बाद मंदिर में 22 मई शाम तक 2000 रुपए के 357 नोट मंदिर में चढ़ावे के रूप में चढ़ चुके हैं। उधर माता चिंपूर्णी मंदिर अधिकारी बलवंत पटियाल ने बताया कि 19 मई के बाद 22 मई तक 2000 रुपए के 164 नोट चढ़ावे के रूप में मिले हैं।