कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल की पुत्रवधू अर्चना पाटिल शनिवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं। वह उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष चंद्रकांत बावनकुले की मौजूदगी में सत्तारूढ़ दल में शामिल हुईं। फडणवीस ने कहा कि पाटिल के भाजपा में शामिल होने से लातूर और मराठवाड़ा क्षेत्र में पार्टी की संभावनाएं बढ़ेंगी।
भगवा पार्टी में शामिल होने के बाद अर्चना ने कहा, ”मैं राजनीतिक क्षेत्र में काम करने के लिए भाजपा में शामिल हुई हूं। मैं पीएम मोदी द्वारा लाए गए नारी शक्ति वंदन अधिनियम से बहुत प्रभावित हुई। यह महिलाओं को समान अवसर देता है।” उन्होंने कहा कि मैंने लातूर में जमीनी स्तर पर काम किया है और वह भाजपा के साथ भी ऐसा करेंगी। उन्होंने कहा, ”मैं कभी भी आधिकारिक तौर पर कांग्रेस में नहीं थी।” उन्होंने कहा कि भगवा खेमे की विचारधारा का उन पर ”बहुत प्रभाव” है।
इससे पहले शुक्रवार को अर्चना ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से दक्षिण मुंबई में उनके आधिकारिक आवास ‘सागर’ में मुलाकात की। उन्होंने कहा कि उन्होंने सोमवार को पूर्व राज्य मंत्री बसवराज मुरुमकर – शिवराज पाटिल के करीबी सहयोगी के साथ भाजपा में शामिल होने की योजना बनाई थी, लेकिन उन्हें अपनी बेटी की शादी के कारण इसे स्थगित करना पड़ा। डॉ. अर्चना पाटिल चारुकर उदगीर में लाइफकेयर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की अध्यक्ष हैं और उनके पति शैलेश पाटिल चंदुरकर- कांग्रेस के राज्य सचिव हैं। उनके ससुर, शिवराज पाटिल, यूपीए सरकार में 2004 और 2008 के बीच केंद्रीय गृह मंत्री थे।