उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में साल 2019 में आयोजित कुंभ की तरह आगामी महाकुंभ में भी सरकार स्वच्छता पर विशेष बल दे रही है और लोगों को सामुदायिक शौचालय का उपयोग करने के लिए प्रेरित कर रही है। इस दिशा में 15 दिसंबर तक मेला क्षेत्र में डेढ़ लाख से अधिक शौचालय स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। विशेष कार्याधिकारी (कुम्भ मेला) आकांक्षा राणा ने बताया कि स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते हुए मेला क्षेत्र में डेढ़ लाख से अधिक शौचालय स्थापित किए जा रहे हैं। इन शौचालयों को 15 दिसंबर तक स्थापित कर लिया जाएगा।
विशेष कार्याधिकारी ने बताया कि इन शौचालयों के लिए आशय पत्र जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही ‘जेट स्प्रे क्लीनिंग सिस्टम’ भी स्थापित किया जा रहा है। राणा ने बताया कि इन सभी शौचालयों में साफ-सफाई और सुरक्षा की निगरानी भी की जाएगी जिसके लिए क्यूआर कोड का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इतने व्यापक स्तर पर शौचालय और मूत्रालय स्थापित करने के लिए अब तक कुल 55 वेंडर्स को पैनल में शामिल किया जा चुका है।
कुंभ मेले के प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए ये शौचालय स्थापित किए जा रहे हैं। मौनी अमावस्या पर चार से पांच करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। राणा ने कहा कि मेला क्षेत्र में ‘सोक पिट’ वाले 49,000 शौचालय और सेप्टिक टैंक वाले 12,000 एफआरपी शौचालय स्थापित किए जा रहे हैं। यही नहीं, 10 सीटर वाले 350 मोबाइल शौचालय भी मेला क्षेत्र में मौजूद रहेंगे।
टॉयलेट्स की साफ सफाई को लेकर पुख्ता तैयारी की गई है। क्यूआर बेस्ड मॉनिटरिंग सिस्टम के माध्यम से टॉयलेट्स में स्वच्छता का सर्वे किया जाएगा और एप के माध्यम से जिस टॉयलेट में गंदगी की जानकारी मिलेगी उसे चंद मिनटों में क्लीन कर दिया जाएगा। यही नहीं, सफाई के लिए जेट स्प्रे क्लीनिंग सिस्टम अपनाया जाएगा, ताकि मैनुअल सफाई की आवश्यकता न पड़े। वहीं, सेप्टिक टैंक को खाली करने के लिए भी सेसफूल ऑपरेशन प्लान रेडी कर लिया गया है।