जॉन अब्राहम, जो बॉलीवुड के एक प्रसिद्ध अभिनेता और निर्माता हैं, ने हाल ही में एक बयान दिया जिसमें उन्होंने चिंता जताई कि भारत में महिलाएं, बच्चे, और जानवर सुरक्षित नहीं हैं। उनका यह बयान समाज में बढ़ती हिंसा, अपराध, और असुरक्षा के संदर्भ में था। जॉन अब्राहम ने इस बात पर ज़ोर दिया कि इन कमजोर वर्गों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।
दरअसल, फिल्म के प्रमोशन के दौरान जॉन एक पॉडकास्ट में शामिल हुए, जहां उन्होंने फिल्म के अलावा समाज के विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा की। इस चर्चा में जॉन अब्राहम ने कहा कि देश से सच्चा प्यार दिखाने के लिए उसकी कमियों पर आलोचना करना आवश्यक है, न कि अंधराष्ट्रवाद का समर्थन करना। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत में महिलाएं, बच्चे और जानवर सुरक्षित नहीं हैं।
कोलकाता में हुए एक रेप और मर्डर केस का उदाहरण देते हुए, जॉन ने कहा कि भारतीय पुरुषों को यह समझना चाहिए कि महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार किया जाना चाहिए और उनकी सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जा सकती है। पॉडकास्ट में जॉन ने कहा, “भारत में महिलाएं, बच्चे और जानवर सुरक्षित नहीं हैं, और यह बहुत दुखद है। भारतीय पुरुषों को समझने की जरूरत है कि वे अपनी महिलाओं के साथ कैसा व्यवहार करें।”
जॉन ने कहा, “हर औरत के लिए, एक आदमी को रक्षक होना चाहिए। क्योंकि मैं हिंदुस्तान से प्यार करता हूं और मैं भारत प्रेमी हूं, यह जरूरी है कि मैं भारत की आलोचना करूं। देशभक्ति और अंधराष्ट्रवाद में फर्क है। ‘मेरा भारत महान’ कहने से आप भारत प्रेमी नहीं बनते। आप तब ही भारत प्रेमी बनेंगे जब आप समाज में बदलाव लाएंगे।”
जॉन ने कहा, “मेरा एक ही मकसद है कि मैं अपनी छोटी सी दुनिया में समाज को बदल सकूं। जानवरों को एक स्टेटस दे सकूं। हिंदुस्तान में जानवरों की जो हालत है, वह बद से बदतर होती जा रही है। दुख की बात यह है कि जानवरों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कानून नहीं बना है। जब मैं कहता हूं कि भारत में महिलाएं, बच्चे और जानवर सुरक्षित नहीं हैं, तो इस पर कोई बहस नहीं हो सकती।”