महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी ने मुंबई पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट करते कहा है कि ‘वह 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की बरसी मनाने के लिए निकले थे लेकिन सांता क्रूज पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। मुझे अपने दादा-दादी महात्मा गांधी और बा पर गर्व हैं, जिन्हें इसी ऐतिहासिक तारीख पर अंग्रेजों ने हिरासत में लिया गया था।’

अपने ट्वीट के बाद तुषार गांधी ने एक यूजर को भी जवाब दिया है कि ‘हम आज अगस्त शांति मैदान में शांति से मार्च की तैयारी करने वाले थे लेकिन पुलिस ने इसे कानूनी व्यवस्था के खिलाफ बता दिया और हमें हिरासत में ले लिया। ऐसा पहली बार हुआ है कि भारत छोड़ो आंदोलन की बरसी पर हमारे साथ ऐसा बर्ताव हुआ है लेकिन हम अगस्त क्रांति मैदान में मार्च जरूर करेंगे क्योंकि ये शहीदों के प्रति हमारी श्रद्धांजलि है।’

हालांकि तुषार गांधी के इस ट्वीट पर पुलिस की ओर से कोई बयान नहीं आया है लेकिन Twitter पर जरूर तुषार गांधी चर्चित हो गए हैं और लोग जमकर इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

आपको बता दें कि ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ का देश की आजादी में अहम रोल था। इसे ‘अगस्त आंदोलन’ या ‘अगस्त क्रांति’ के नाम से भी जाना जाता है, जिसका मुख्य मकसद देश से ब्रिटिश शासन को समाप्त करना था। ये 9 अगस्त, 1942 को मुंबई के के गोवालिया टैंक मैदान में शुरू हुआ था। जब ये आंदोलन शुरू हुआ था तो अंग्रेजों ने भारी संख्या में लोगों की गिरफ्तार किया था।

आपको बता दें कि तुषार गांधी का पूरा नाम तुषार अरूण गांधी है, उनके पिता अरूण मणिलाल गांधी जाने-माने पत्रकार रहे हैं, वो गांधी जी के बेटे मणिलाल गांधी के पोते थे। तुषार गांधी पेशे से लेखक हैं और कुछ वक्त पहले वो कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में नजर आए थे। वो मुंबई में ही रहते हैं। 1985 में उन्होंने सोनल देसाई से शादी की। उनके 2 बच्चे हैं, बेटा विवान गांधी और बेटी कस्तूरी गांधी। कस्तूरी का नाम उन्होंने अपनी बा कस्तूरबा के नाम पर रखा था। तुषार गांधी ने वड़ोदरा में महात्मा गांधी फाउंडेशन की स्थापना की थी।

 

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