नई दिल्ली। बैंक ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें अलग खातों के लिए कस्टमर आईडी नंबर अलग नहीं लेना होगा। एक ही कस्टमर आईडी पर ग्राहक अलग बैंकों में खाते खुलवा सकते हैं। इससे बैंकों का काम भी आसान होगा। अगर किसी उपभोक्ता के एक ही बैंक में दो अलग खाते हैं और उनका कस्टमर आईडी भी अलग है, तो उन्हें एक ही यूजर आईडी के साथ जोड़ दिया जाएगा।
ऐसे में देखने में आया है कि एक ही बैंक में उपभोक्ता ने दो अलग बैंक खाते खुलवा रखे हैं। दोनों खातों की कस्टमर आईडी भी अलग-अलग है। ऐसे में किसी तरह की गड़बड़ी होने की आशंका बनी रहती है। केवाईसी के बाद हुए इस तरह के खुलासे से बैंक ने ऐसी कस्टमर आईडी को समाहित करना शुरू कर दिया है। अभियान के तहत हर बैंक खाते धारक की केवाईसी की जा रही है। नई कवायद से बैंक और उपभोक्ता दोनों का काम आसान होगा। लेकिन ज्यादा सुविधा आयकर विभाग को होगी, जो एक ही यूजर आईडी को ट्रैक कर लेनदेन का आसानी से पता कर पाएगी।
बैंक ग्राहक का कस्टमर आईडी नंबर एक ही होगा और ग्राहक अलग-अलग बैंक खातों में अपना लेनदेन कर सकेगा। इस तरह अलग बैंक खाते में लेन देन करने से उपभोक्ता को किसी तरह की परेशानी नहीं आएगी।