प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कहा कि उन्होंने बीड में एक सरपंच की हत्या और परभणी में संविधान की प्रति को क्षतिग्रस्त किये जाने के बाद हिंसा के लिए गिरफ्तार किये गये एक दलित युवक की मौत के बाद उपजे सामाजिक तनाव को सामान्य बनाने के प्रयासों पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात की है।

बीड में नौ दिसंबर को मसाजोग के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या को लेकर सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच जुबानी जंग जारी है, क्योंकि संबंधित कथित जबरन वसूली मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक व्यक्ति को मंत्री धनंजय मुंडे का करीबी सहयोगी बताया गया है।

देशमुख की हत्या के बाद राज्य में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए हैं और इसने जाति संघर्ष की आशंकाओं को भी जन्म दिया है, क्योंकि देशमुख मराठा थे और गिरफ्तार किए गए लोगों में से कुछ वंजारी समुदाय से हैं।

वहीं, दस दिसंबर को परभणी में हिंसा भड़कने के बाद गिरफ्तार किए गए युवक सोमनाथ सूर्यवंशी की 15 दिसंबर को अचानक तबीयत खराब होने के बाद जेल से अस्पताल ले जाए जाने के बाद मौत हो गई।

यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पवार ने मुख्यमंत्री के रूप में विनाशकारी लातूर भूकंप, जिसमें 10,000 से अधिक लोग मारे गए थे, और मुंबई में 1993 में हुए सिलसिलेवार धमाकों से निपटने के अपने अनुभव का हवाला दिया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के लोग सामाजिक रूप से जागरूक हैं और हमेशा एकजुट होकर खड़े रहते हैं और संकट के समय प्रशासन का सहयोग करते हैं।

पवार ने कहा, ‘‘सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए एकजुट प्रयास की आवश्यकता है और एक मुख्यमंत्री अकेले ऐसा नहीं कर सकता। मैंने इन घटनाओं के बाद बीड और परभणी में मौजूदा स्थिति पर आज मुख्यमंत्री फडणवीस के साथ विस्तृत चर्चा की। इन दिनों मेरा अधिकतर समय इस बात पर समर्पित है कि कैसे स्थिति को सामान्य किया जाए और बीड और परभणी में मुद्दों को कैसे सुलझाया जाए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘जो लोग सौहार्दपूर्ण तरीके से रहते थे, वे अब भय में जी रहे हैं और एक-दूसरे के प्रति शत्रुता पनप गई है। मैंने मुख्यमंत्री से बात की है। हमारे बीच राजनीतिक मतभेद हो सकते हैं, लेकिन चाहे जो भी हो, हमें लोगों को एकजुट रखने के लिए काम करना होगा।

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