भारत ने शनिवार को बांग्लादेश में एक हिंदू अल्पसंख्यक नेता के कथित अपहरण और हत्या की निंदा की और ढाका की अंतरिम सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि भाबेश चंद्र रॉय की ‘‘क्रूर हत्या’’ में बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न की प्रवृत्ति नजर आ रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने बांग्लादेश में एक हिंदू अल्पसंख्यक नेता भाबेश चंद्र रॉय के अपहरण और क्रूर हत्या को देखा है।’’
जायसवाल ने कहा, ‘‘यह हत्या अंतरिम सरकार के तहत हिंदू अल्पसंख्यकों की योजनाबद्ध उत्पीड़न की प्रवृत्ति का एक तरीका है, जबकि पिछली ऐसी घटनाओं के अपराधी दंड से बचकर (अब तक) घूम रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम इस घटना की निंदा करते हैं और एक बार फिर अंतरिम सरकार को याद दिलाते हैं कि वह बिना किसी बहाने के या भेदभाव के हिंदुओं समेत सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी को पूरा करे।’’
पिछले साल अगस्त में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के ढाका से चले जाने के बाद भारत-बांग्लादेश संबंधों में गिरावट आई है।
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार द्वारा देश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं पर हमलों को रोकने में विफल रहने के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में दूरी पैदा हो गयी है।