पुलिस ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए एक रिपोर्ट में बताया गया है कि न ही रामगोपाल को करंट के झटके दिए गए और न ही तलवार से हमला किया गया साथ ही उसके पैरों के नाखून भी नहीं नोचे गए हैं।
पुलिस ने एक अपील जारी करते हुए कहा है कि सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी जैसे कि मृतक को करंट लगाना या तलवार से मारना फैलाने की कोशिश की जा रही है जो कि पूरी तरह गलत है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि इस घटना में केवल एक ही व्यक्ति की मृत्यु हुई है। इसलिए सभी से अनुरोध है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखें।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पुष्टि हुई है कि रामगोपाल के शरीर में 30 से 35 छर्रे धंसे हुए हैं जो उसके चेहरे, गले और सीने में पाए गए हैं। उसकी मृत्यु का कारण अधिक रक्तस्राव बताया गया है और उसके शरीर पर कई चोटों के निशान भी हैं।
महराजगंज कस्बे की स्थिति अब भी सामान्य नहीं है। वहां की दुकानें बंद हैं और केवल एक मेडिकल स्टोर खुला है। कस्बे में पुलिस और पीएसी के जवानों की तैनाती बढ़ाई गई है, और मुख्य आरोपी के घर के बाहर भी भारी पुलिस बल मौजूद है। सीएम कार्यालय की नजर भी इस पर बनी हुई है।