यूट्यूबर से झोलाछाप डॉक्टर बने अब्दुल्ला पठान के साथ-साथ उसके भाई अब्दुल मलिक की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। इनके खिलाफ गैंगरेप का मुकदमा दर्ज हुआ। जिसमें कुंदरकी पुलिस एफआर लगा चुकी है। लेकिन पीड़िता केस को दोबारा से जांच किए जाने की मांग पर अड़ी हुई है और डीएम, एसपी के बाद अब डीआईजी के द्वार पहुंची है। बोली- अब्दुल्ला पठान और उसका भाई गैंगरेप में आरोपी हैं, पुलिस ने मिली भगत कर एफआर लगा दी, मुझसे पूछा तक नहीं, इसलिए मुकदमे की दोबारा से जांच हो और अब्दुल्ला पठान व अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए।
पीड़िता सोमवार को डीआईजी के पास पहुंची और मामले में अब्दुल्ला पठान के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पीड़िता ने कहा कि कुंदरकी पुलिस ने गलत ढंग से आरोपी से हमसाज होकर उसके दर्ज कराए रेप के मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी है। पीड़िता ने डीआईजी को अब्दुल्ला पठान की बाकी करतूतों के बारे में बताया। उसने कहा कि हाल ही में अब्दुल्ला पठान ने उसकी हत्या कराने की कोशिश की है।
बता दें कि 21 अक्टूबर को मण्डल अध्यक्ष डा रामेश्वर दयाल तुरैहा के नेतृत्व में अपना दल कमेरावादी के प्रतिनिधि मण्डल ने डीआईजी को प्रेषित ज्ञापन में थाना कुंदरकी में दर्ज मु.अ.स.0177/2024, धारा 376-D, 313, 506 आईपीसी की पुन: विवेचना किसी अन्य थाने से करा कर गैंगरैप के आरोपी अब्दुल्ला पठान, अब्दुल मलिक व अन्य की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
मण्डल अध्यक्ष डा रामेश्वर दयाल तुरैहा ने बताया कि कुंदरकी में अवैध दवाखाना चलाने वाले अब्दुल्ला पठान ने एक युवती को नौकरी का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार किया। कुछ दिनों बाद उसके भाई अब्दुल मलिक व उसके दोस्त ने भी बलात्कार किया तथा साथ माह के गर्भ को बड़ा आपरेशन करा कर गर्भपात करा दिया। आरोपी ने पुलिस से सेटिंग कर मुकदमें में एफआर लगवा ली।
कहा कि यदि शीघ्र ही मुकद्दमे की विवेचना अन्य थाने से कराकर गैंगरेप के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, आरोपी का अवैध दवाखाना बंद नहीं कराया गया और बड़े आपरेशन से 7 माह का गर्भपात करने वाले हॉस्पिटल पर कार्रवाई नहीं की गई तो अपना दल कमेरावादी के पदाधिकारी/कार्यकर्ता एडीजी बरेली व डीजीपी/सीएम को ज्ञापन देंगे।