प्रयागराज में रविवार को सपा मेयर प्रत्याशी प्रचार करने निकले। सपा मेयर प्रत्याशी अजय श्रीवास्तव मेंहदौरी इलाके में वोट मांगने गए। वहां अकरम फैसल ने उनका हाथ पकड़कर सवाल करने लगा। युवक ने कहा, “अखिलेश यादव मुस्लिमों के मुद्दों पर खामोश रहे। आजम खान पर बकरी चोरी जैसे मुकदमे लादे गए, जुल्म हुआ तो अखिलेश यादव नहीं खड़े हुए, चुप्पी साधे रहे। इसका वीडियो भी सामने आया है।”
युवक ने कहा, “नाहिद हसन और इरफान सोलंकी पर भी अखिलेश यादव चुप रहे। हम जुल्म हो रहे थे तब सपाई कहां थे। मुस्लिमों के घर गिरे तो कोई सपाई नहीं खड़ा हुआ। आज वोट मांगने आए हैं।”
सपा प्रत्याशी अजय श्रीवास्तव ने जवाब दिया, “हम अब तक 20 हजार अल्पसंख्यकों से मिल चुके हैं। उनकी समस्याएं सुन चुके हैं।” इस पर अकरम ने कहा कि एक पंचवर्षीय योजना और डेढ़ साल बीत गए पर आज तक समाजवादी पार्टी का कोई नेता यहां झांकने तक नहीं आया। इस पर अजय श्रीवास्तव ने कहा कि पूरे छह साल में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के लिए अखिलेश यादव के अलावा और किसने बोला है। अकरम ने डिफेंड करते हुए कहा कि कब बोले हैं ये बताइये आप।
अजय श्रीवास्तव ने कहा कि विधानसभा से लेकर लोकसभा तक अखिलेश यादव ने ही मुस्लिमों की लड़ाई लड़ी है। अकरम फैसल ने कहा, “आप हमारी सुध लेने आए हैं या वोट मांगने आए हैं।” अजय ने कहा, “हम पहली बार टिकट पाए हैं।” अकरम ने कहा , “आप पहली बार टिकट पाए हैं, लेकिन आपकी पार्टी के लोग कहां थे। मुसलमान अखिलेश यादव से नाराज है।”
प्रयागराज में अल्पसंख्यक समाज के लोग सपा के विरोध में खुलकर उतरने लगे हैं। आलम ये है कि मुस्लिम बाहुल इलाकों में सपा के मेयर व पार्षद प्रत्याशी प्रचार करने नहीं जा रहे हैं। अतीक के गढ़ चकिया, कसारी मासारी, करेली अटाला जैसे एक दर्जन मोहल्लों में सपा प्रत्याशियों की तरफ से चुनाव के 4 दिन पहले तक न तो कोई रैली की गई है न कोई दूसरा कार्यक्रम। सपा के पार्षद प्रत्याशी तो घर-घर जाकर वोट मांगने से भी डर रहे हैं।
अतीक और अशरफ की हत्या बीजेपी सरकार के कार्यकाल में हुई हो, लेकिन मुस्लिम समाज के ज्यादातर लोगों का मानना है कि 2022 से लेकर तमाम चुनाव में बड़ा मुस्लिम तबका बीजेपी के साथ नहीं बल्कि सपा के साथ था।
ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि प्रमुख विपक्षी दल और दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के चलते सपा और अखिलेश यादव विधानसभा में उन्हें मजबूती देने वाले मुस्लिम समाज के साथ खड़े होने की बजाय उसकी लगातार अनदेखी कर रहे हैं।
प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के दूसरे नंबर के बेटे अली के नाम से शुक्रवार को एक पंपलेट वायरल हुआ है। इसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव पर भी तमाम आरोप लगाए गए हैं। लिखा है कि पुलिस उसकी और उसकी मां का एनकाउंटर करने में लगी है। पिता अतीक, अशरफ और भाई असद की हत्या की गई है। इन बातों का हवाला देकर वर्ग विशेष के लोगों से एक होने की अपील की गई है।
वायरल पंपलेट में लिखा- ‘आप सभी लोग हालात देख रहे हैं कि कैसे मेरे वालिद, मेरे चाचा अशरफ व भाई असद का एनकाउंटर कर दिया गया। अब हमको भी मारने की कोशिश की जा रही है। इसमें जितना हाथ भाजपा, योगी आदित्यनाथ का है, उतना ही समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव का है।
मैं आप लोगों से गुजारिश करता हूं कि आप एक हो जाएं। आप लोगों के दिल में मेरे अब्बा के लिए थोड़ी भी जगह है तो आप लोग उनकी बात का ध्यान रखिए। इतना इशारा आप लोगों के लिए काफी है। अब हम किसी के बहकावे में नहीं आएंगे’ पंफ्लेट में सबसे ऊपर अतीक अहमद, अशरफ और अली की तस्वीर छपी है और सबसे नीचे अली अहमद पुत्र मरहूम अतीक अहमद लिखा है।