मॉडल दिव्या पाहुजा के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया कि उनके सिर में बेहद करीब से गोली मारी गई थी। मौत के 11 दिन बाद दिव्या का शव 13 जनवरी को हरियाणा के फतेहाबाद जिले में एक नहर से बरामद किया गया। जिसके बाद हिसार के अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
शव आरोपी बलराज गिल द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर बरामद किया गया था। बलराज को आरोपी अभिजीत ने शव को ठिकाने लगाने का काम सौंपा था। उसे पिछले हफ्ते गुरुवार को कोलकाता के एक हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया।
रिपोर्ट्स के अनुसार शव परीक्षण के दौरान दिव्या पाहुजा के सिर से एक गोली निकाली गई, जबकि विसरा को आगे की जांच के लिए संरक्षित किया गया है।
2 जनवरी को, दिव्या पाहुजा को पांच लोग होटल सिटी पॉइंट में ले गए और कमरा नंबर 111 के अंदर ले जाकर सिर में गोली मार दी। गुरुग्राम पुलिस ने बताया था कि दिव्या कथित तौर पर होटल के 56 वर्षीय मालिक अभिजीत सिंह से उसके अश्लील तस्वीरों के जरिए ब्लैकमेल कर पैसे वसूल रही थी।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार पोस्टमार्टम डॉ. मोहन सिंह के निर्देशन में दो महिला डॉक्टरों सहित चार डॉक्टरों द्वारा किया गया था। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव पाहुजा के परिवार को सौंप दिया गया। रिपोर्ट में कहा गया है कि शव को गुरुग्राम ले जाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हत्याकांड की जांच कर रही गुरुग्राम पुलिस एसआईटी ने मुख्य आरोपी और होटल मालिक अभिजीत सिंह के घर से बरामद दो पिस्तौल और उसके गिरफ्तार पीएसओ परवेश की एक पिस्तौल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है। पुलिस को संदेह है कि दिव्या पाहुजा की हत्या में तीन हथियारों में से एक का इस्तेमाल किया गया होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि एसआईटी ने पीएसओ प्रवेश, जो कि रोहतक का रहने वाला है, से पूछताछ के बाद हथियार बरामद किए थे।
होटल सिटी प्वाइंट के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज में अभिजीत सिंह सहित अन्य आरोपियों को कथित तौर पर दिव्या पाहुजा के शव को सफेद चादर में लपेटकर लॉबी में घसीटते हुए देखा गया। बाद में वे शव को एक कार में रखकर आरोपी होटल से फरार हो गए।
पुलिस के मुताबिक, अभिजीत सिंह ने होटल से करीब एक किलोमीटर दूर शव के साथ गाड़ी बलराज गिल को सौंप दिया। बाद में कार पंजाब के पटियाला में एक बस स्टैंड पर लावारिस पाई गई थी।
पुलिस ने कहा कि बलराज गिल की गिरफ्तारी के बाद किए गए खुलासे के बाद पुलिस ने दिव्या पाहुजा के शव को खोजने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया। पुलिस ने बताया कि अभिजीत सिंह के कहने पर उसने एक अन्य आरोपी रवि बंगा के साथ शव को ठिकाने लगाया था।
पुलिस ने पहले मामले के सिलसिले में चार लोगों – अभिजीत सिंह, हेमराज, ओमप्रकाश और मेघा को गिरफ्तार किया है।
दिव्या पाहुजा 6 फरवरी, 2016 को मुंबई में अपने साथी गैंगस्टर संदीप गंडोली और प्रतिद्वंद्वी गिरोह के नेता वीरेंद्र कुमार उर्फ बिंदर गुज्जर के साथ मुंबई में फर्जी मुठभेड़ की साजिश रचने के आरोप में सात साल से अधिक समय तक जेल में थी।
संदीप गंडोली की हत्या के समय बिंदर गुज्जर जेल में था, लेकिन उसने अपने भाई मनोज की मदद से साजिश रची और दिव्या को इसमें शामिल कर लिया।मुंबई पुलिस ने पांच पुलिस कर्मियों, दिव्या, उसकी मां और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। जून 2023 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने दिव्या को जमानत दे दी।