भारत की जवाबी सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान को गंभीर नुकसान झेलना पड़ा है। पाकिस्तानी सेना ने आधिकारिक रूप से स्वीकार किया है कि इस हमले में उनके 11 सैन्यकर्मियों की मौत हुई है, जबकि 78 से अधिक घायल हुए हैं। सेना द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, मारे गए 11 जवानों में 6 पाकिस्तानी सेना (Pak Army) और 5 पाकिस्तानी वायुसेना (PAF) के थे। यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान में सियासी और सैन्य हलकों में भारी हलचल है। हालांकि यह आधिकारिक आंकड़ा है, लेकिन जानकारों का मानना है कि वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है। अक्सर देखा गया है कि युद्ध या सैन्य टकराव की स्थिति में पाकिस्तान वास्तविक नुकसान को छिपाने की कोशिश करता है।
सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अस्पताल में घायल सैनिकों से मुलाकात की। सरकार ने ऐलान किया कि घायलों के इलाज और शहीदों के परिवारों की देखभाल पूरी तरह सरकार करेगी।
डॉन न्यूज के मुताबिक:
- शहीद सैनिकों के बच्चों को ग्रेजुएशन तक मुफ्त शिक्षा दी जाएगी
- एक बेटी की शादी के लिए 10 लाख पाकिस्तानी रुपये की सहायता दी जाएगी
- “मरका-ए-हक” नाम से राहत पैकेज लॉन्च किया गया
पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया
भारत के हमले के बाद से सोशल मीडिया और पाकिस्तानी मीडिया में सेना की तैयारियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं। लोग जानना चाह रहे हैं कि आखिर किस खुफिया चूक के चलते भारतीय सेना इतने बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने में सफल रही।पाकिस्तान सरकार ने शहीद जवानों के परिजनों के लिए मुआवज़े और राहत पैकेज की घोषणा की है। साथ ही, पीएम शहबाज़ शरीफ ने कहा है कि भारत के खिलाफ उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए सर्वदलीय बैठक भी बुलाई गई है। भारत की यह जवाबी कार्रवाई हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की गई है, जिसमें कई नागरिकों और जवानों की जान गई थी। भारत ने इस हमले का दोष सीधे पाकिस्तान पर लगाया है और जवाब में सीमावर्ती इलाकों में टारगेटेड स्ट्राइक्स कीं।