कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला द्वारा भाजपा सांसद हेमा मालिनी पर अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में अब सियासत तेज हो गई है। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के नेता मंच से इसको लेकर लगातार सुरजेवाला पर हमला बोल रहे है। भाजपा, कांग्रेस को महिला विरोधी भी बता रही है। आज बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “लोकसभा चुनाव में हार की आशंका से घबराई हुई कांग्रेस अपना मानसिक संतुलन खो बैठी है। रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा की वरिष्ठ सांसद हेमा मालिनी के लिए इस प्रकार के आपत्तिजनक, अशोभनीय और अभद्र शब्द का प्रयोग किया है, जिसे किसी औपचारिक मंच से बोलना भी संभव नहीं है। ये भारत की राजनीति में कांग्रेस पार्टी द्वारा महिलाओं के प्रति अवमानना का एक निम्न स्तर है।” अब इस मामले पर रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी को घेरा है।
चौतरफा घिरने के बाद कांग्रेस नेता ने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा, “भाजपा की IT Cell को काट-छांट, तोड़-मरोड़, फ़र्ज़ी-झूठी बातें फ़ैलाने की आदत बन गई है, ताकि वो हररोज़ मोदी सरकार की युवा विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी नीतियों-विफलताओं व भारत के संविधान को ख़त्म करने की साज़िश से देश का ध्यान भटका सके। पूरा वीडियो सुनिए – मैंने कहा “हम तो हेमा मालिनी जी का भी बहुत सम्मान करते हैं। क्योंकि वो धर्मेंद्र जी से ब्याह रखी हैं, बहु हैं हमारी।”
रणदीप सुरजेवाला ने आगे लिखा, “भाजपा के महिला विरोधी प्यादों को ये वीडियो काटने का आदेश तो मिला, पर इन्हीं प्यादों ने प्रधानमंत्री से कभी यह नहीं पूछा कि उन्होंने – हिमाचल में 50 करोड़ की गर्ल फ्रेंड क्यों कहा? संसद में एक महिला MP को शूर्पणखा की संज्ञा क्यों दी? एक महिला CM को भद्दी तरह से ट्रोल क्यों किया? क्या कांग्रेस की विधवा कहना सही है? क्या कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को जरसी गाय कहना सही है?”
उन्होंने आगे लिखा, “मेरा बयान केवल इतना था कि सार्वजनिक जीवन में सभी की जनता के प्रति जवाबदेही तय होनी चाहिए, चाहे वो नायब सैनी जी हों, या खट्टर जी या में ख़ुद। सब अपने काम के दम पर बनते-बिगड़ते हैं, जनता सर्वोपरि है, और चुनाव में उसे अपने विवेक का इस्तेमाल कर के चुनाव करना होता है। न तो मेरी मंशा हेमामालिनी जी के अपमान की थी और न ही किसी को आहत करने की। इसीलिए मैंने साफ़ कहा कि हम हेमामालिनी जी का सम्मान करते हैं और वो हमारी बहू हैं। भाजपा खुद महिला-विरोधी है, इसीलिए वो हर कुछ महिला-विरोध के चश्में से देखती-समझती है, और अपनी सहूलियत के अनुसार झूठ फैलाती है!”