हरियाणा के हिसार में रहने वाली ट्रैवल यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया की दुनिया में खलबली मचा दी है। करोड़ों दर्शकों को देश-विदेश की सैर करवाने वाली ‘Travel with JO’ चैनल की यह क्रिएटर अब खुफिया एजेंसियों के रडार पर है। आरोप है कि वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के संपर्क में थी और सोशल मीडिया की आड़ में देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल थी।
पाकिस्तान, चीन यात्राएं और संदिग्ध कनेक्शन
हिसार पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन के मुताबिक, मल्होत्रा ने बीते वर्षों में कई बार पाकिस्तान की यात्रा की थी – जिनमें से एक यात्रा उस आतंकी हमले से ठीक पहले हुई थी जो पहलगाम में हुआ था। इसके अलावा वह चीन भी जा चुकी थी। अधिकारियों का कहना है कि उसकी आमदनी के ज्ञात स्रोत उसके विदेशी दौरों को उचित नहीं ठहराते, जिससे बाहरी फंडिंग की आशंका और गहराई है।
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की भर्ती
एसपी सावन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि केंद्रीय एजेंसियों ने हरियाणा पुलिस को सूचित किया था कि पाकिस्तानी एजेंसियां भारतीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स को “सॉफ्ट नैरेटिव” फैलाने के लिए तैयार कर रही हैं। मल्होत्रा को इन्हीं संदिग्ध गतिविधियों के चलते 16 मई को गिरफ्तार किया गया और पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
हाई-प्रोफाइल मुलाकातें और कूटनीतिक कनेक्शन
FIR के अनुसार, मल्होत्रा ने 2023 में पाकिस्तान हाई कमीशन में वीज़ा प्रक्रिया के दौरान एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से मुलाकात की थी, जो बाद में उसे पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों शाकिर और राणा शहबाज़ से मिलवाने का जरिया बना। जांच में पता चला है कि शाकिर का नाम उसने अपने फोन में ‘जट्ट रंधावा’ के नाम से सेव कर रखा था, ताकि कोई शक न हो।
एन्क्रिप्टेड चैट्स और भारत में नेटवर्क
मल्होत्रा की बातचीत टेलीग्राम, व्हाट्सएप और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप्स पर चल रही थी। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि वह हरियाणा और पंजाब में फैले एक बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा थी, जिसमें एजेंट्स, मुखबिर और फंडिंग से जुड़े लोग शामिल हैं।
उड़ीसा, पंजाब और अन्य राज्यों से जुड़ी कड़ियां
उड़ीसा पुलिस भी इस केस की जांच में जुड़ चुकी है, क्योंकि सितंबर 2024 में मल्होत्रा पुरी गई थी और एक ऐसी महिला से मिली थी जो हाल ही में करतारपुर साहिब से लौटी थी। पंजाब में भी मल्होत्रा से जुड़े दो और लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
परिवार का इनकार, लेकिन जांच गहराई तक
जहां मल्होत्रा का परिवार इन आरोपों को सिरे से खारिज कर रहा है और इसे परिवार को बदनाम करने की साजिश बता रहा है, वहीं पुलिस और खुफिया एजेंसियां इसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला मान रही हैं। हरियाणा डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत कई जिलों में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों की पहचान की पुष्टि की है।