लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी की एक महत्वपूर्ण बैठक शुक्रवार 23 फरवरी को गाजियाबाद में होगी। इस बैठक पश्चिम उत्तर प्रदेश की 14 लोकसभा सीट जीतने के लिए रणनीति (Strategy) पर मंथन होगा। इस बैठक में बीजेपी प्रदेश प्रभारी विजयंत पांडा, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह, सतेंद्र सिसोदिया पार्टी पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ घंटों मंथन करेंगे।
पिछले हफ्ते ही दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ था। इसके बाद चुनावी तैयारियों को लेकर उत्तर प्रदेश में किसी भी क्षेत्र के पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ प्रदेश प्रभारी विजयंत पांडा की यह पहली बैठक है। लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान वेस्ट यूपी में होना है। ऐसे में चुनावी तैयारी की गति और रणनीति बनाने में पश्चिम उत्तर प्रदेश की अहम भूमिका है। ऐसे में सबसे पहले पश्चिम यूपी के तीन मंडल मुरादाबाद, मेरठ और सहारनपुर की 14 लोकसभा सीटों की रणनीति बन रही है।
बीजेपी के गाजियाबाद महानगर संयोजक संजीव शर्मा ने बताया कि बैठक की तैयारियां हो गई हैं। यह मीटिंग वसुंधरा के एक होटल में होगी। इस बैठक में दो सत्र में चर्चा होगी। पहले सत्र में मेरठ, सहारनपुर और मुरादाबाद मंडलों के जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी और क्षेत्रीय पदाधिकारी शामिल होंगे। दूसरे सत्र में इन नेताओं के अलावा लोकसभा प्रभारी, लोकसभा संयोजक, लोकसभा सहसंयोजक, सांसद विधायक और एमएलसी भी हिस्सा लेंगे।
बीजेपी ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में वेस्ट यूपी की सभी सीटें जीती थीं। लेकिन साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने इनमें से आधी सीट गंवा दी थीं। इस बार बीजेपी प्रदेश नेतृत्व को सभी सीटें जीतने का लक्ष्य मिला है। चुनावी समर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला राष्ट्रीय लोकदल (RLD) बीजेपी के साथ है। वहीं समाजवादी पार्टी और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
सूत्रों की मानें तो 2024 के लोकसभा चुनाव में आरएलडी वेस्ट यूपी की 14 सीट में से बागपत, बिजनौर और अमरोहा मांग रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि बागपत लोकसभा चौधरी अजीत सिंह की परंपरागत सीट रही है। जबकि आरएलडी ने साल 2009 में अमरोहा और बिजनौर सीट जीती थीं। दूसरी ओर पिछले चुनाव में बीजेपी ने जो 7 सीटें गंवाई हैं। उनमें अमरोहा और बिजनौर भी शामिल हैं। आरएलडी के साथ गठबंधन को देखते हुए बीजेपी के बड़े नेता शुक्रवार को इन तीनों सीटों पर विशेष रूप से मंथन करेंगे। ताकि गठबंधन में सीट बंटवारे के समय शीर्ष नेतृत्व को सही स्थिति से अवगत कराया जा सके।