उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर शनिवार को वाराणसी पहुंचे। उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। इस दौरान वह समाजवादी पार्टी पर हमलावर नजर आए।
ओपी राजभर ने नरसिंहानंद गिरी के हालिया बयान को व्यक्तिगत बताया। उन्होंने कहा कि सरकार सभी धर्मों और धर्म गुरुओं की इज्जत करती है। संविधान के दायरे में रहकर काम होता है और अगर कोई कानून से हटकर काम करेगा, संविधान के खिलाफ जाएगा, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। इस पूरे मामले की जांच चल रही है और जांच के बाद गिरफ्तारी होगी।
समाजवादी पार्टी पर जुबानी हमला करते हुए कहा कि सपा के लोग जातिवाद की राजनीति कर रहे हैं और यह कोई नई बात नहीं है। सत्ता में रहते हुए भी उन्होंने जातिवाद का खेल खेला था और आज भी वही हो रहा है। राजभर ने कहा कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती। 67 मुसलमान, 20 ब्राह्मण, 19 राजपूत, 17 जाट-गुजर, 26 अति पिछड़े और 24 अन्य जातियों के लोग मारे जाते हैं तो इनके बारे में वह नहीं बोलते हैं। लेकिन, जब किसी यादव की मौत होती है तब वह बोलते हैं।
उन्होंने कहा कि आपराधिक घटनाओं में हर जगह समाजवादी पार्टी से जुड़े लोगों के ही नाम क्यों आ रहे हैं? कई जगहों पर आपराधिक घटनाओं में सपा से जुड़े लोगों के नाम आ रहे हैं। कांग्रेस और बसपा के लोगों का नाम तो नहीं आता। वहीं, अखिलेश यादव के लंदन दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि विपक्ष जानता है कि उपचुनाव हमेशा सत्ता पक्ष का होता है। जनता भी जानती है कि सत्ता पक्ष को जिताना है।
उन्होंने आगे कहा कि एनडीए सरकार के नेतृत्व में जातिगत जनगणना होगी। जो काम कांग्रेस और सपा नहीं कर पाईं, वह काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। किसान सम्मान निधि के जरिए सीधे किसानों के खातों में पैसा भेजा जा रहा है।