इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना तौकीर एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। इस्लामियां ग्राउंड में धरना देने का ऐलान किया था। मोहल्ला सौदागरान स्थित अपने आवास से वो पार्टी नेता के आवास पर पहुंचे। बुधवार को नमाज के बाद जैसे ही वो धरना स्थल पर जाने लगे तभी पुलिस ने उन्हें रोक लिया। पुलिस के साथ नोंकझोंक के बाद मौलाना समेत पांच लोगों हाउस अरेस्ट किया। इस दौरान मौलाना ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि अतीक-अशरफ की हत्या करने वाले और साजिश रचने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो। अतीक की पत्नी शाइस्ता के लिए उन्होंने कहा कि वो अभी इद्दत में है, पुलिस उन्हें बेपर्दा न करें।
आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान ने मंगलवार की देर रात को आवास पर पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। देर रात को मौलाना के साथ तमाम पदाधिकारी बिहारीपुर रोड स्थित पूर्व जिलाध्यक्ष नदीम खान के आवास पर इक्कठा हो गए। बुधवार की सुबह को मौलाना ने साफ कहे दिया था कि वह किसी भी कीमत पर पीछे नहीं हटेंगे। इस्लामिया मैदान में धरना देंगे। भारी पुलिस बल तैनात रहा, दोपहर दो बजे जब मौलाना अपने सहयोगियों के साथ धरना स्थल की ओर निकलने लगे तभी पुलिस ने उन्हें रोक लिया। मौलाना वहीं कैंपस में धरने पर बैठ गए। काफी नारेबाजी और हंगामा होता रहा। पुलिस ने उन्हें उठाने की कोशिश की तो कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करना शुरू दी। काफी देर के बाद मौलाना तौकीर ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए सरकार के रवैये पर नाराजगी जताई।
अतीक-अशरफ हत्याकांड से लेकर तमाम एनकाउंटर मामले पर सवालिया निशान लगाए। मौलाना ने अतीक-अशरफ हत्या मामले में सीएम योगी को 120वीं के तहत आरोपी बनाने की मांग की है। मौलना का कहना है कि अदालतें खतरे में है। इस दौरान अतीक की पत्नी शाइस्ता को पर्दे में रहने देने की मांग की है। उनका कहना है कि इस्लाम मे महिलाएं पति की मौत के बाद चार महीने तक पर्दे में रहती हैं। हालांकि, मौलाना तौकीर रजा को घर मे ही पुलिस ने नजरबंद किया है।