दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण की समस्या पर चर्चा के लिए सभी मंत्रियों की बैठक बुलाई है। अधिकारियों ने बताया कि मंत्रियों की यह बैठक दिल्ली सचिवालय में दोपहर साढ़े 12 बजे होगी।

दिल्ली में गुरूवार सुबह वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। हालांकि, मौसम की स्थिति अनुकूल होने की संभावनाओं के मद्देनजर शहर में दिवाली से ठीक पहले प्रदूषण के स्तर में मामूली कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है।

दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गुरूवार सुबह आठ बजे 420 दर्ज किया गया, जबकि बुधवार शाम चार बजे यह 426 था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा तैयार एक्यूआई मानचित्र में उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में कई जगहों पर लाल बिंदू (खतरनाक वायु गुणवत्ता का संकेत) दिखाए गए हैं।

दिल्ली के पड़ोसी शहर गाजियाबाद में एक्यूआई 369, गुरुग्राम में 396, नोएडा में 394, ग्रेटर नोएडा में 450 और फरीदाबाद में 413 दर्ज किया गया।

 

दिल्ली के ‘डिसीजन सपोर्ट सिस्टम’ के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में बुधवार को 38 फीसदी प्रदूषण के लिए पड़ोसी राज्यों, विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने से निकला धुआं जिम्मेदार था। बृहस्पतिवार को शहर में प्रदूषण के स्तर में पराली जलाने की घटनाओं का योगदान 27 फीसदी और शुक्रवार को 12 फीसदी रहने की आशंका है।

आंकड़ों में परिवहन को भी वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण बताया गया है, जो दिल्ली की बिगड़ती आबोहवा हवा में 12 से 14 फीसदी योगदान दे रहा है।

वायु प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बुधवार को सभी स्कूलों की दिसंबर की शीतकालीन छुट्टियों को पुनर्निर्धारित कर दिया, जो अब नौ नवंबर से 18 नवंबर तक होगी। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार दिल्ली में ऐप आधारित टैक्सियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

उन्होंने यह भी बताया कि उच्चतम न्यायालय द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में शम-विषम कार योजना की प्रभावशीलता की समीक्षा करने और इस संबंध में आदेश जारी करने के बाद क्षेत्र में यह योजना लागू की जाएगी। मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।

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