अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र को लेकर चेतावनी जारी की है। एजेंसी ने कहा है कि ड्रोन हमले के बाद जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में (जेडएनपीपी) में परमाणु सुरक्षा की स्थिति बिगड़ती जा रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में तैनात अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के विशेषज्ञों ने तत्काल प्रभावित स्थल का दौरा किया है। बता दें कि इसी जगह पर ड्रोन से हमला किया गया था।
बयान में कहा गया है कि संयंत्र के किसी भी उपकरण पर कोई प्रभाव नहीं हुआ है, लेकिन जेडएनपीपी के दो मुख्य द्वार के बीच सड़क पर प्रभाव पड़ा है।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपनी अपील दोहराते हुए कहा, ‘एक बार फिर हम जेएनपीपी के सामने परमाणु सुरक्षा और सुरक्षा खतरों में वृद्धि को देख रहे हैं।”
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने कहा कि साइट पर मौजूद उसके विशेषज्ञों ने इलाके में पिछले सप्ताह के दौरान तेज सैन्य गतिविधि की सूचना दी है, जिसमें संयंत्र के बहुत करीब का क्षेत्र भी शामिल है और वहां सैन्य गतिविधि कम होने का कोई संकेत नहीं है।
संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी संस्था ने कहा कि टीम ने संयंत्र से अलग-अलग दूरी पर लगातार विस्फोट, भारी मशीन गन और राइफल फायर और तोपखाने की आवाज़ें सुनी हैं।
पिछले सप्ताह जेडएनपीपी के एक कूलिंग टॉवर में आग लग गई थी, जिसमें रूस और यूक्रेन ने एक दूसरे को इस घटना के लिए दोषी ठहराया था। आईएईए के अनुसार, आग से काफी नुकसान हुआ। हालांकि, परमाणु सुरक्षा के लिए तत्काल कोई खतरा नहीं था।