भारतीय निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के उस बयान की आलोचना की है जिसमें उन्होंने चुनाव प्रक्रिया के दौरान मतदान के लिए कुल मत और कुल डाले गए मतों की संख्या समय से घोषणा न करने पर आयोग की मंशा पर सवाल उठाए थे। आयोग ने इस मामले में खरगे को अपने 21 पेजों के जवाबी पत्र में जमकर फटकार लगाई है और उनके आरोपों को निराधार बताया है। आयोग ने खरगे पर उल्टा आरोप जड़े हैं कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में बाधा डालने का प्रयास किया है। आयोग ने कहा है कि इस तरह के बयानों से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में भ्रम पैदा होता है। ऐसे बयानों से चुनावों में मतदाताओं की भागीदारी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। राज्यों में बड़ी चुनाव मशीनरी इससे हतोत्साहित भी हो सकती है।
खरगे को लिखे पत्र के साथ आयोग ने 2019 में हुए चुनावी चरणों और 2024 में अब तक हुए चुनावी चरणों का एक तुलनात्मक चार्ट भी संलग्न किया है। इस चार्ट के मुताबिक 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले चरण के चुनाव 11 अप्रैल को हुए थे और आयोग ने इसी दिन ओवरऑल टर्न आउट डाटा जारी नहीं किया था। चार्ट के मुताबिक यह 7 दिन बाद डाटा 18 अप्रैल को जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि कुल मतदान 69.4 फीसदी हुआ था। इसके बाद 6 मई को आयोग ने रिवाइज्ड डाटा जारी किया जिसमें मतदान प्रतिशत बढ़कर 69.5 फीसदी था। बाद में इसे 19 मई को फिर रिवाइज किया गया और बताया गया कि कुल मतदान 69.61 फीसदी हुआ था।
दरअसल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडिया ब्लॉक के अपने साथी दलों को एक चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी में कहा गया था कि ये लोकसभा चुनाव लोकतंत्र और संविधान बचाने की लड़ाई है। उन्होंने चुनाव आयोग के चिंताजनक रवैये के बारे में लिखते हुए कहा था कि अंतिम मतदान प्रतिशत के आंकड़े जारी करने में हो रही अत्यधिक देरी और उस डाटा में पाई गई विसंगतियां इन चुनावों की स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रकृति पर गंभीर संदेह पैदा कर रही है।
खरगे ने यह भी कहा था कि पहले चुनाव आयोग 24 घंटे के अंदर यह बता देता था कि कितना फीसदी मतदान हुआ है, लेकिन इस बार देरी हो रही है, उसकी वजह क्या है? इसे लेकर अभी तक आयोग द्वारा कोई सफाई क्यों नहीं दी गई है। हालांकि चुनाव आयोग ने मतदाता मतदान डाटा पर इंडिया गठबंधन के नेताओं को संबोधित खड़गे के पत्र का संज्ञान लिया है और इसे गैर जरूरी बताया है। आयोग ने खरगे की दलीलों को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया है।