महाठग सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े 200 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग केस में तिहाड़ जेल के तीन अधिकारियों के खिलाफ दायर की गई चार्जशीट पर अदालत ने संज्ञान लिया है। यह चार्जशीट तिहाड़ जेल के तीन अधिकारियों महेंद्र प्रसाद सुंदरियाल, सुंदर बोरा और धर्म सिंह मीणा के खिलाफ दायर की गई है। पटियाला हाउस कोर्ट में एडिशनल सेशन जज शैलेंद्र मलिक ने मामले में संज्ञान लेने के बाद आगे की सुनवाई के लिए 29 अप्रैल की तारीख मुकर्रर की है।
प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट को बताया कि चार्जशीट से जुड़ी कॉपी और अन्य कागजात आरोपियों को दी गई है। एजेंसी ने अदालत को यह भी बताया है कि जांच अभी जारी है। अदालत ने ईडी को जांच के प्रोग्रेस को लेकर उन्हें बताया जाए और यह भी बताया जाए कि यह कब तक पूरी होगी क्योंकि जांच करीब 4 सालों से चल रही है।
अदालत ने इस बात पर गौर किया कि आऱोपी जेल में है और ऐसे में अभी जांच का स्टेटस क्या है? आरोपी कह रहे हैं कि ट्रायल में देरी हो रही है। आरोपियों को इसी साल फरवरी के महीने में गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने जांच के बाद अपनी चार्जशीट दायर की थी। आरोपी अभी न्यायिक हिरासत में हैं। जांच एजेंसी का आरोप है कि वो सभी मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं। इस केस में सुकेश चंद्रशेखर मुख्य आरोपी है और अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीस भी सह आरोपी हैं। इस केस में अन्य लोग भी आरोपी है। जैकलीन इस मामले में अभी जमानत पर हैं। यह केस दिल्ली पुलिस द्वारा सुकेश चंद्रशेखर और अन्य आरोपियों पर दायर किये एफआईआर पर आधारित है।
इसके बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज किया था। ईडी का केस दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज की गई एफआईआर पर आधारित है। इसमें सुकेश चंद्रशेखर पर Religare Enterprises के पूर्व प्रोमोटर शिवेंद्र मोहन सिंह की पत्नी अदिति सिंह से ठगी करने का आरोप है। शिवेंद्र मोहन सिंह को अक्टूबर 2019 में गिरफ्तार किया गया था। आरोप है कि चंद्रशेखर और उसके सहयोगियों ने अदिति को लालच दिया था कि वो उनके पति को जमानत दिलवा देंगे और इसके एवज में उन्होंने मोटी रकम भी ली थी।