दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने इसे चुनावी साजिश बताते हुए कहा कि दिल्ली सरकार इस विषय पर हरियाणा सरकार को पत्र लिखेगी। जरूरत पड़ने पर इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी जाएगी।
आतिशी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से जगह-जगह से पानी की शिकायत आनी शुरू हुई, खास तौर पर ऐसे इलाकों से जहां पहले कभी पानी की शिकायत नहीं आती थी। जांच करने पर पता लगा कि यमुना का पानी हरियाणा सरकार द्वारा रोका जा रहा है।
आतिशी ने बताया कि वजीराबाद में यमुना का स्तर सामान्य तौर पर 674 फीट होता है। अपने न्यूनतम स्तर पर यह 672 फीट तक चला जाता है। 11 मई से 21 मई तक लगातार हरियाणा ने धीरे-धीरे दिल्ली का पानी रोका। 11 मई को यमुना में पानी का स्तर 671.6 फीट पर था। तीन दिन तक 671.6 फीट पर बना रहा। 14 और 15 मई को यह 671.9 फीट पर रहा। 16 मई को घटकर 671.3 फीट पर आया। 17, 18, 19 मई को यह और नीचे आ गया। यहां पानी का जलस्तर 671 फीट पर आ गया। 21 मई को 671 फीट के भी नीचे आ गया। फिर यह 670.9 फीट पर रह गया।
आतिशी का कहना है कि यह शायद पहली बार है जब दिल्ली के वजीराबाद में यमुना जल स्तर इतना कम हुआ है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा की भाजपा सरकार 25 मई को दिल्ली में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली वालों को परेशान करने का षड्यंत्र रच रही है। साथ ही आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल की सरकार को बदनाम करने का भी यह षड्यंत्र है।
उन्होंने कहा, “मैं दिल्ली के लोगों को सतर्क करना चाहती हूं कि आने वाले कुछ दिनों में 25 मई तक लगातार ऐसी नई-नई साजिश की जाएगी। दिल्ली के वोटरों को भ्रमित करने के लिए ऐसी साजिश की जा रही है।”
आतिशी ने कहा कि दिल्ली सरकार ने जितने वादे किए थे, उनसे अधिक कार्य किए हैं।