ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना करते हुए उन्हें ‘चौकीदार’ और ‘दुकानदार’ कहा, जो आम लोगों को धोखा दे रहे हैं। औवेसी की यह टिप्पणी आजतक जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान आई। ओवैसी ने कहा कि इस दुकानकार और चौकीदर के बीच सेटिंग हो गई है।
उन्होंने दोनों नेताओं की आलोचना करते हुए कहा कि दुकांदार हों या चौकीदार, जब मुसलमानों और ईसाइयों के खिलाफ अपराध होते हैं तो वे दोनों चुप हो जाते हैं। जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 2019 में कठोर UAPA कानून में संशोधन अधिनियम लाए, तो कांग्रेस पार्टी ने इसका समर्थन किया था। ओवैसी ने कांग्रेस पार्टी पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि वे मोहब्बत की दुकान की बात करते हैं लेकिन उनके पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ कहते हैं कि भारत पहले से ही एक हिंदू राष्ट्र है।
एआईएमआईएम प्रमुख ने आगे आरोप लगाया कि राजनीति के खेल में ‘दुकांदार’ और ‘चौकीदार’ दोनों की एक दूसरे के साथ ‘सेटिंग’ है। ये दोनों शब्द पीएम मोदी के खुद के लिए ‘चौकीदार’ लेबल का उल्लेख करते हैं, जिसका अर्थ है कि वह देश में किसी भी तरह का भ्रष्टाचार नहीं होने देंगे; जबकि गांधी की ‘मोहब्बत की दुकान’ ने कांग्रेस के भारत जोड़ो यात्रा अभियान के हिस्से के रूप में सुर्खियां बटोरीं, जिसका उद्देश्य भय, कट्टरता और पूर्वाग्रह” की राजनीति से लड़ना था।
वहीं जब उनसे 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए उनकी भविष्यवाणी के बारे में पूछा गया और क्या उनकी पार्टी किसी भी पक्ष के साथ गठबंधन करेगी, तो ओवेसी ने कहा कि वह ऐसा नहीं करेंगे। मैं लड़ता रहूंगा, लेकिन जनता को यह समझने की जरूरत है कि क्या उनके पास तीसरा विकल्प है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजनीति में मोदी और गांधी के अलावा तीसरे विकल्प की तलाश करने की तत्काल आवश्यकता है, क्योंकि वे दोहरे मानदंड प्रदर्शित करते हैं।