समाजवादी पार्टी का गढ़ माने जाने वाली रामपुर की लोकसभा सीट जिस पर आजम खान का दबदबा हुआ करता था और 2019 के आम चुनाव में आजम खान भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी और फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा को हराकर लोकसभा के लिए चुने गए थे लेकिन अदालत से 2 वर्ष की सजा सुनाए जाने के बाद उनकी सदस्यता रद्द हुई और 2022 में हुए उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के घनश्याम सिंह लोधी चुनाव जीत गए।
अब एक बार फिर लोकसभा के आम चुनाव हैं और भारतीय जनता पार्टी ने घनश्याम सिंह लोधी पर ही भरोसा जताते हुए अपनी पहली लिस्ट में उन्हें रामपुर से प्रत्याशी घोषित किया है। भले ही घनश्याम सिंह लोधी कभी समाजवादी पार्टी में हुआ करते थे और आजम खान ने उन्हें एमएलसी बनवाया था लेकिन अब वह आजम खान के अखाड़े से राजनीतिक दाव पर सीख कर उनको ही चित करने में लगे हैं।
भाजपा की पहली लिस्ट में ही घनश्याम सिंह लोधी का नाम आने और रामपुर से भाजपा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद उनके हौसले बुलंद हैं। मोदी जी के नेतृत्व में जहां वह प्रदेश भर में 80 में से 80 सीटें जीतने का नारा दोहराया वही रामपुर में अपनी जीत को निश्चित बताते हुए यहां तक कह डाला की खुद आजम खान भी मेरे मुकाबले पर आए तो उनको भी हरा दूंगा।