प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी पर रविवार को निशाना साधते हुए कहा कि ‘‘शहजादे द्वारा माओवादियों की भाषा बोलने” के कारण कोई भी उद्योगपति कांग्रेस शासित राज्यों में निवेश करने से पहले 50 बार सोचेगा। मोदी ने यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर वंशवादी राजनीति को संरक्षण देने और लोकसभा सीट को ‘‘खानदानी जयदाद” मानने का भी आरोप लगाया।
पीएम मोदी ने रायबरेली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के फैसले को लेकर गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस के ‘शहजादे’ यह कहते हुए इस निर्वाचन क्षेत्र में पहुंचे हैं कि ‘‘यह मेरी मां की सीट है, जो स्कूल जाने वाला आठ साल का लड़का भी नहीं कहेगा।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘उनकी मां (सोनिया गांधी) ने कहा कि वह अपने बेटे को रायबरेली को सौंप रही हैं…उन्हें पार्टी का एक भी समर्पित कार्यकर्ता नहीं मिला…रायबरेली के मतदाता उनसे पूछते हैं कि वे कहां थे जब लोग कोविड महामारी के दौरान मुसीबत में थे।” उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस एक वसीयतनामा लिख रही है; वे संसद सीट को खानदानी जयदाद मानते हैं।”
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और झामुमो को देश के विकास से कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि वे भ्रष्टाचार में पूरी तरह डूबे हुए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कांग्रेस भ्रष्टाचार की जननी है, यह कोयला और 2जी घोटालों सहित कई घोटालों में शामिल रही है…झामुमो और कांग्रेस को उद्योगों की कोई चिंता नहीं है… झारखंड अपने समृद्ध संसाधनों के बावजूद भ्रष्ट नेताओं के पास मौजूद काले धन के ढेर के लिए जाना जाता है। उन्होंने सेना को भी नहीं बख्शा और उसकी जमीन हड़प ली…झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री (हेमंत सोरेन) भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में हैं।” प्रधानमंत्री ने लोगों को यह भी आश्वासन दिया कि वह राज्य में ‘‘लूटा हुआ सार्वजनिक धन” भ्रष्ट नेताओं से वसूल करेंगे और इसे उन गरीबों को लौटा देंगे जिनका यह धन है।
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर लोगों को बुनियादी सुविधाओं से वंचित करने का भी आरोप लगाया और कहा कि पूर्व में उस पार्टी के शासनकाल के दौरान 18,000 गांवों की स्थिति 18वीं सदी जैसी थी। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी ने 52 करोड़ लोगों को जनधन खाते, चार करोड़ लोगों को पक्के घर, 18,000 गांवों को बिजली के साथ नल का साफ पानी, आधुनिक रेलवे और बुनियादी ढांचा दुरुस्त करने का काम किया।” प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि झारखंड सरकार पूर्वी सिंहभूम में प्रस्तावित धालभूमगढ़ हवाई अड्डे के रास्ते में बाधाएं पैदा कर रही है।