उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक कैब चालक के साथ मारपीट कर उससे 7,000 रुपए लूटने के आरोप में एक पुलिस उपनिरीक्षक को गिरफ्तार किया गया है और उसे नौकरी से तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया। इसके अलावा लापरवाही बरतने के आरोप में कई अन्य पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया और पुलिस आयुक्त ने पुलिस उपायुक्त (सेंट्रल जोन) सुनीति को उनके पद से हटाते हुए उनकी जगह शक्ति मोहन अवस्थी को पद पर नियुक्त किया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह के प्रवक्ता ने बताया कि बिसरख थाना क्षेत्र में प्रशिक्षु उपनिरीक्षक अमित मिश्रा और उसके दो साथियों अभिनव एवं आशीष द्वारा कैब चालक के साथ कथित रूप से मारपीट कर उससे 7 हजार रुपए लूटने का मामला सामने आया। उन्होंने बताया कि इस मामले में उप निरीक्षक और उसके साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर अमित को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा पुलिस अभिनव एवं आशीष की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है।
प्रवक्ता ने बताया कि घटना की जानकारी होने के बावजूद भी दो दिन तक कार्रवाई न करने और उच्चाधिकारियों से इसे छुपाने पर डीसीपी (सेंट्रल नोएडा) सुनीति को पद से विमुक्त करते हुए शक्ति मोहन अवस्थी को नियुक्त किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने पर थाना बिसरख के प्रभारी निरीक्षक अरविंद कुमार, गौर सिटी के चौकी प्रभारी रमेश चंद्र तथा उपनिरीक्षक मोहित को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अमित मिश्रा को अधीनस्थ श्रेणी के पुलिस अधिकारियों की दंड एवं अपील नियमावली 1991 के नियम 8(2) बी के अंतर्गत सेवा से बर्खास्त किया गया है।