कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने ‘‘नियंत्रण और संतुलन’’ के महत्व पर जोर देते हुए शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी संसद में रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव पायलट ने कहा कि हलिया चुनाव परिणामों से यह संकेत मिलता है कि किसी भी पार्टी को मतदाताओं को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
पायलट ने यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव के नतीजे कई मायनों में महत्वपूर्ण हैं। अंतिम परिणाम यह है कि नयी दिल्ली में गठबंधन सरकार बनी है। लोगों ने किसी भी पार्टी को स्पष्ट जनादेश नहीं दिया। सरकार बन चुकी है, लेकिन इस चुनाव से मुख्य सीख यह है कि आप मतदाताओं को हल्के में नहीं ले सकते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘सच तो यह है कि संसद में परिदृश्य बदल गया है, और मुझे उम्मीद है कि इस संदेश को समझा जाएगा। हम (कांग्रेस) सकारात्मकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक रचनात्मक विपक्ष के रूप में यहां हैं। नियंत्रण और संतुलन महत्वपूर्ण हैं। जवाबदेही की भावना, सवाल पूछने की क्षमता, पारदर्शिता और उन संस्थानों के प्रति सम्मान होना चाहिए जिन्हें हमने 70 वर्षों में बनाया है।