जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के कॉन्स्टेबल द्वारा चार लोगों की गोली मारकर हत्या करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि आरोपी कॉन्स्टेबल चेतन सिंह (34) का एक घटना से जुड़ा वीडियो सामने आया है।
हालांकि इस वीडियो की पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन इस वीडियो के सामने आने के बाद कांग्रेस नेता श्रीनिवास बीवी और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला बोला है।
कांग्रेस नेता ने इसे हेट क्राइम कहा है। तो वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने इसे आतंकी हमला बताया है। हेट क्राइम कहते हुए असदुद्दीन ओवैसी और श्रीनिवास बीवी ने एक वीडियो साझा किया, जिसमें कथित तौर पर RPF के कॉन्स्टेबल पीठ दिखाकर खड़ा है और वहीं उसके पास पुलिसकर्मी का शव पड़ा है।
वीडियो में खाकी वर्दी में एक शख्स, जिसे RPF का कॉन्स्टेबल बताया जा रहा है, यात्रियों को संबोधित करता नजर आ रहा है। उनकी पीठ कैमरे की ओर है और उनका भाषण स्पष्ट रूप से सामने नहीं आ पा रहा है। (नोट -वनइंडिया हिंदी इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है)
असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया, ”यह एक आतंकी हमला है जिसमें खासकर से मुसलमानों को निशाना बनाया गया है। यह लगातार मुस्लिम विरोधी घृणा भाषण और नरेंद्र मोदी के इसे खत्म करने की अनिच्छा का परिणाम है। क्या आरोपी आरपीएफ जवान बनेगा भावी बीजेपी उम्मीदवार? क्या उनकी जमानत को सरकार समर्थन देगी सरकार? क्या रिहा होने पर उन्हें माला पहनाई जाएगी?”
31 जुलाई सुबह 5 बजे के करीब जयपुर-मुंबई सेंट्रल एक्सप्रेस में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के कॉन्स्टेबल चेतन सिंह (34) ने ASI और तीन यात्रियों समेत चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। उसने अपने राइफल से B5 कोच में आरपीएफ सहायक उप-निरीक्षक (ASI) टीका राम मीणा और एक अन्य यात्री को गोली। उसके बाद कोच B6 में एक और यात्री को गोली मारी और फिर B5 और B6 कोच के बीच स्थित पेंट्री कार में एक और यात्री की गोली मारकर हत्या कर दी।
मृतक यात्रियों की पहचान अब्दुल कादिरभाई मोहम्मद हुसैन भानपुरवाला (48), अख्तर अब्बास अली (48) और सदर मोहम्मद हुसैन के रूप में हुई है।
ट्रेन की चेन खींचकर भागने की कोशिश में कॉन्स्टेबल चेतन सिंह पकड़ा गया था। उसे सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) अधिकारियों ने गिरफ्तार किया।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक जीआरपी कमिश्नर रवींद्र शिस्वे ने कहा कि वीडियो में कथित तौर पर आरोपी कॉन्स्टेबल को हत्याओं को उचित ठहराते हुए अन्य कंटेंट के साथ जांच की जा रही है। किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी और इस स्तर पर, कुछ भी टिप्पणी करना और जांच के बारे में कोई विवरण साझा करना जल्दबाजी होगी।”