उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में रविवार को भारी बारिश होने से जगह-जगह भूस्खललन हुआ, यातायात अव्यवस्थित हो गया, मकान ढह गये तथा वर्षाजनित घटनाओं में कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई। वहीं, हरियाणा में एक बांध टूटने से कई गांव जलमग्न हो गए।
जम्मू कश्मीर के श्री अमरनाथजी यात्रा क्षेत्र में भारी वर्षा के बाद वार्षिक अमरनाथ यात्रा रोक दी गयी।
उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत में लगातार दूसरे दिन भारी वर्षा हुई तथा राजस्थान में पिछले दो दिनों में सबसे अधिक 16 लोगों की मौत हो गयी है।
पंजाब के होशियारपुर में एक ही परिवार के आठ सदस्यों सहित नौ लोगों की मौत हो गई, जब उनका वाहन एक बरसाती नाले में बह गया।
मध्य, दक्षिण, दक्षिण-पूर्व और पूर्व दिल्ली में भी भारी वर्षा हुई जिससे जगह-जगह जलभराव एवं यातायात जाम हो गया। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में रोहिणी के सेक्टर 20 में पानी से भरे पार्क में सात वर्षीय एक बच्चा डूब गया।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में जलभराव की सात और पेड़ गिरने की चार सूचनाएं मिलीं। ढांसा स्टैंड और बहादुरगढ़ स्टैंड के पास नजफगढ़-फिरनी रोड पर यातायात बाधित रहा।
गुरुग्राम में दिन में 70 मिलीमीटर बारिश हुई। पुलिस लाइन, बस स्टैंड रोड, शीतला माता रोड, नरसिंहपुर सर्विस रोड, बसई चौक, खांडसा, संजय ग्राम रोड, सोहना रोड और सुभाष चौक, सेक्टर 30, 31, 40, 45, 47, 51, 22, 23, 4, 5, 12, 13 48 समेत कई इलाकों में जलभराव की सूचना मिली हैं। इन क्षेत्रों में यातायात जाम लग गया और पैदलयात्रियों को बड़ी दिक्कत हुई। उन्हें घुटने भर पानी में चलना पड़ा।
हिमाचल प्रदेश में वर्षाजनित घटनाओं में तीन लड़कियों की मौत हो गई और एक व्यक्ति लापता है। राज्य में पिछले दो दिनों में भारी बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण 280 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं।
उत्तर प्रदेश के जालौन में दो लोगों की मौत हो गई। जालौन में भारी बारिश के कारण कोच क्षेत्र में एक मकान की छत गिरने से एक महिला और उसके सात वर्षीय बेटे की मौत हो गई।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में भीमबली में भारी भूस्खलन के कारण रविवार को मंदाकिनी नदी का प्रवाह कुछ देर के लिए रुक गया।
दक्षिण में कर्नाटक में कोप्पल में तुंगभद्रा नदी पर स्थित पंपा सागर बांध के 19वें गेट की जंजीर टूट जाने के कारण भारी मात्रा में पानी बाहर आ जाने के कारण बांध के निचले हिस्से के लिए बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है।
जल संसाधन विभाग के सूत्रों ने बताया कि मरम्मत कार्य के लिए उन्हें जलाशय की मौजूदा क्षमता 105 टीएमसी से 65 से 55 टीएमसी तक खाली करना होगा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार शाम बुलेटिन में कहा कि राजस्थान के करौली (38 सेमी) में ‘असाधारण रूप से भारी वर्षा’ हुई, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, पंजाब, हरियाणा, बिहार में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हुई।
राजस्थान के जयपुर में अधिकारियों ने बताया कि मूसलाधार बारिश के कारण करौली और हिंदुआन में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। जयपुर में कई जगहों पर जलभराव देखा गया। जयपुर के कनोता बांध में पांच लोग बह गए और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया है।
पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में भी बारिश हुई। मोहाली, लुधियाना, अमृतसर, रूपनगर और अंबाला समेत कई स्थानों पर बारिश हुई।
पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में भी बारिश हुई, जिससे लोगों को उमस भरे मौसम से राहत मिली। चंडीगढ़, मोहाली, लुधियाना, पटियाला, अमृतसर, होशियारपुर, रूपनगर और अंबाला में बारिश हुई।
मौसम विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों राज्यों की साझा राजधानी चंडीगढ़ में 129.7 मिमी बारिश हुई। सोम नदी के तटबंध टूटने से हरियाणा के यमुनानगर जिले के कई गांव जलमग्न हो गए।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारी बारिश के कारण मंडी तहसील को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने वाला एक पुल आंशिक रूप से बह गया, जिसके कारण अधिकारियों को यातायात निलंबित करना पड़ा।