राजील सरकार ने तेल अवीव से अपने राजदूत को वापस बुला लिया है। फ्रेडरिको मेयर वापस अपने देश रवाना हो चुके हैं। राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डी सिल्वा द्वारा गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों की कड़ी आलोचना के बाद यह कदम उठाया गया है।
इसके बाद इजरायल ने अपने राजदूत को बयान जारी करने के मकसद से समन भेजा। विदेश मंंत्रालय ने इस संदर्भ में जारी किए गए अपने बयान में कहा, ”विदेश मामलों के मंत्री माउरो विएरा ने ब्राजील में इजरायल के राजदूत डेनियल जोनशाइन को भी तलब किया।”
वहीं, इज़रायली सरकार ने सोमवार को लूला दा सिल्वा को “पर्सोना नॉन ग्रेटा” घोषित कर दिया।
लूला दा सिल्वा ने रविवार को इज़रायल पर गाजा पट्टी में रहने वाले फिलिस्तीनी नागरिकों के खिलाफ “नरसंहार” करने का आरोप लगाया।
बता दें कि जनवरी में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में इज़रायल के खिलाफ नरसंहार का मामला लाने में ब्राजील दक्षिण अफ्रीका के साथ शामिल हो गया था।
पिछले हफ्ते अफ्रीका के दौरे के दौरान, लूला डी सिल्वा ने घोषणा की कि ब्राजील निकट पूर्व में फिलिस्तीन शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) में अपना योगदान देगा।