विद्यावान गुणी अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर… हनुमान चालीसा की ये चौपाइयां आज देश के कोने-कोने में चरितार्थ हो रही हैं। औद्योगिक नगरी पानीपत का नाम भी इससे जुड़ गया है। पानीपत से एक लाख कंबल अयोध्या भेजे जाएंगे। श्रीराम जन्म भूमि ट्रस्ट ने पानीपत विश्व हिंदू परिषद को इसकी जिम्मेदारी सौंपी। 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है।
इसके लिए कोई 108 फीट की अगरबत्ती तैयार कर रहा है तो किसी ने अष्टधातु का 2100 किलो का घंटा भेजा है। पानीपत से मिंक सहित कई वैरायटी के कंबल अयोध्या भेजे जाएंगे। ये कंबल छोटे-छोटे स्लॉट में 22 जनवरी से पहले पहुंचाने हैं। इससे पहले भी पानीपत से मंदिर का निर्माण करने वाले कारीगरों, वीआईपी व संत-महात्माओं के लिए 2 हजार कंबल भेजे जा चुके हैं।
विश्व हिंदू परिषद से जुड़े राजीव भाटिया ने बताया कि अयोध्या में अमरनाथ व मां वैष्णों देवी की तर्ज पर तीन महीने भंडारा चलेगा। एक स्टॉल पर एक दिन में करीब 50 हजार लोग भोजन करेंगे। भंडारे में सेवा के लिए पानीपत से भी 40 नाम ट्रस्ट को भेजे गए हैं। अब ट्रस्ट इनको अनुमति पत्र व आईकार्ड जारी करेगा। आरएसएस, विहिप व संघ के सभी समविचारी संगठनों के कार्यकर्ता 1 से 15 जनवरी तक घर-घर निमंत्रण देने निकलेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 108 वें संस्करण से देश को संबोधित किया। पीएम ने कहा कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को लेकर पूरे देश में उत्साह है, उमंग है। कुछ दिनों से श्रीराम और अयोध्या को लेकर कई नए गीत, नए भजन बनाए गए हैं। मेरा अनुरोध है कि हैशटैग श्रीराम भजन (#shriRamBhajan) के साथ अपनी रचनाओं को सोशल मीडिया पर शेयर करें।’ 108 अंक का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि मंत्र 108 बार जपा जाता है। इसलिए 108वां एपिसोड मेरे लिए खास हो गया है।