अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को लेकर बढ़ते संशय के बीच पार्टी ने बुधवार को कहा कि ‘भयभीत कोई नहीं है’ और इस बारे में फैसले की घोषणा अगले 24-30 घंटों में की जाएगी।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाजरुन खरगे को अमेठी और रायबरेली संसदीय सीटों पर उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप देने के लिए अधिकृत किया है।
दोनों सीटों पर उम्मीदवारी के बारे में रमेश ने कहा, मुझे उम्मीद है कि अगले 24-30 घंटों में कांग्रेस अध्यक्ष इसे अंतिम रूप देंगे और उनके निर्णय की घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा, जब तक ऐसा नहीं हो जाता, सारी सूचनाएं व सभी तथाकथित कार्यालय आदेश फर्जी हैं।
उनसे पूछा गया कि निर्णय लेने में देरी क्यों हो रही है और क्या कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को चुनाव मैदान में उतारने से डर रहे हैं ? इस पर रमेश ने कहा, कोई देरी नहीं हो रही है। क्या भाजपा ने रायबरेली में अपने उम्मीदवार की घोषणा की है? स्मृति ईरानी अमेठी से मौजूदा सांसद हैं। भयभीत कोई भी नहीं है। चर्चा चल रही है और फैसला लेने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत किया गया है। उन्होंने कहा, कोई देरी नहीं है, तीन मई तक का समय है।
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का राज्य नेतृत्व पहले ही सीईसी और पार्टी नेतृत्व से राहुल गांधी को अमेठी से और प्रियंका को रायबरेली संसदीय सीट से चुनाव मैदान में उतारने का आग्रह कर चुका है। सीईसी सदस्यों ने शनिवार को हुई बैठक के दौरान कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के विचार का समर्थन किया था।
अमेठी सीट का प्रतिनिधित्व 2004 से राहुल गांधी ने किया और वह लगातार तीन बार इस निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य चुने गए। वह 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से चुनाव हार गए थे। राहुल गांधी वर्तमान में केरल के वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जहां से उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव जीता था। इस बार भी राहुल वायनाड से चुनाव मैदान में हैं।