जम्मू-कश्मीर में 1 जुलाई से शुरू होने वाली श्री अमरनाथ यात्रा इस बार पूरे 62 दिनों तक चलेगी। इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में आज उच्च स्तरीय बैठक शुरू हो गई है। गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में अमरनाथ यात्रा सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण बैठक गृह मंत्रालय में आज शाम को 4:00 बजे से शुरू हुई। बैइक में इस बात पर चर्चा की जाएगी कि अमरनाथ यात्रा के रूट पर कौन-कौन से सुरक्षाकर्मी तैनात होंगे। सूत्रों के मुताबिक, खुफिया जानकारी मिली है कि पाकिस्तानी स्थित आतंकवादी संगठन अमरनाथ यात्रा को बाधित करने की कोशिश कर सकता है। ऐसे में सर्तकता बरतते हुए मार्ग पर पर्याप्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी।
Union Home Minister Amit Shah chaired a high-level meeting over the preparedness of the Amarnath Yatra. J&K LG Manoj Sinha, Union Home Secretary Ajay Bhalla, Intelligence Bureau chief Tapan Deka, General Officer Commanding-in-Chief (GoC-in-C) of the Northern Command Upendra… https://t.co/WlagowDqCj
— ANI (@ANI) June 9, 2023
गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स की टीम अपना प्रजेंटेशन देगी। साथ ही इस यात्रा में शामिल होने वाले यात्रियों की सुविधा और उनकी आवाजाही से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा होगी। जाहिर है कि यात्रा के शुरू होने में अब 22 दिन ही शेष बचे हैं। अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से जून के पहले सप्ताह में आनलाइन हेलिकाप्टर टिकट बुकिंग को शुरू करने का दावा किया गया था, लेकिन अब तक इसे शुरू नहीं किया गया है। इस पर चर्चा हो सकती है।
जाहिर है कि दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ की पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा 1 जुलाई से शुरू हो रही है। इस बार यात्रा 31 अगस्त तक चलेगी। गृह मंत्री अमित शाह द्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों के साथ अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। साथ ही तीर्थ यात्रियों की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बनाई जा रही योजनाओं का भी जायजा लेंगे।
आज होने वाली इस समीक्षा बैठक में तीर्थयात्रा से जुड़े सभी हितधारकों के शामिल होने की संभावना है। इस दौरान यात्रा के लिए की जा रही सभी तैयारियों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है। खबरों के मुताबिक, अमरनाथ गुफा को जाने वाले दोनों मार्गों पहलगाम और बालटाल पर इस समय भारी बर्फ मौजूद है। ऐसे में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) को 15 जून तक बर्फ हटाने का काम सौंपा गया है।
पिछले साल 2022 में करीब 3.45 लाख श्रद्धालुओं बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे। वहीं इस बार यह यात्रा दो महीने तक चलेगी। ऐसे में इस साल यह संख्या पांच लाख के पार जाने का अनुमान है। इसके लिए श्राइन बोर्ड द्वारा संबंधित रूटों पर अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। पारंपरिक बालटाल एक्सिस के लिए योजना, विकास व निगरानी विभाग के सचिव आईएएस डॉ. राघव लंगर और राजस्व विभाग के प्रशासनिक सचिव आईएएस डाॅ. पीयूष सिंगला को पहलगाम एक्सिस का नोडल अधिकारी बनाया है।
इस बार पारंपरिक पहलगाम और बालटाल ट्रैक पर 123 लंगर लग रहे हैं। आगामी दिनों में जम्मू में देशभर से साधु संतों का पहुंचना भी शुरू हो जाएगा। ये साधु संत शहर का भ्रमण करके के बाद बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए जाते हैं। यात्रियों के लिए पुख्ता सुरक्षा के साथ अन्य बुनियादी जरूरतों को सुनिश्चित बनाया जा रहा है।
श्री अमरनाथ यात्रा 2023 के सुचारू संचालन के लिए जम्मू-कश्मीर प्रशासनिक सेवा के 49 अधिकारियों को विभिन्न यात्रा रूट पर कैंप निदेशक और अतिरिक्त कैंप निदेशक के तौर पर तैनात किया गया है। सभी अधिकारी मूल नियुक्ति स्थान से मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ), श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को रिपोर्ट करेंगे।