यूपी में बर्ड फ्लू की दस्तक, गोरखपुर के चिड़ियाघर में बाघिन की मौत के बाद मामले को गंभीरता से लिया गया है। दरअसल, बाघिन की मौत अचानक हुई थी। जांच के हाद पता लगा कि वे बर्ड फ्लू से संक्रमित थी। इसके बाद से ही प्रदेश में H5N1 वायरस को लेकर प्रशासन को चिंता होने लगी थी। बाघिन की मौत के बाद लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर समेत कई इलाकों के पॉल्ट्री फार्मस को एडवाइजरी दी है। यहां के चिड़ियाघरों को भी 20 मई तक बंद करने का आदेश दिया है।
मेरठ में जारी जरूरी एडवाइजरी
हाल ही में मेरठ के पॉल्ट्री फार्म को भी जरूरी सावधानियों और निगरानियों को बढ़ाने का निर्देश दिया गया है। मेरठ के डीएफओ राजेश कुमार ने बर्ड फ्लू पर कहा कि “सरकार द्वारा दिए गए निर्देश हैं कि वेटनरी विभाग के सभी पोल्ट्री फार्म को सैनिटाइज किया जाए। हालांकि, मेरठ जनपद में अभी ऐसी कोई घटना सामने नहीं आई है मगर हम इसे एहतियातन रूप से देख रहे हैं। सतर्कता बरती जा रही है लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
ऐसे में हमें इस बारे में जरूर जानना चाहिए कि आखिर यह वायरस क्या है और इसके लक्षण और बचाव क्या हैं।
बर्ड फ्लू क्या है?
बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहा जाता है, एक वायरल संक्रमण है जो मुख्यतः पक्षियों में पाया जाता है। यह वायरस H5N1, H7N9 जैसे प्रकारों में आता है। कभी-कभी यह वायरस संक्रमित पक्षियों से मनुष्यों में भी फैल जाता है, जो खतरनाक हो सकता है।
बर्ड फ्लू के संकेत
1. तेज बुखार
2. सर्दी-खांसी
3. गले में खराश
4. सिरदर्द
5. मांसपेशियों में दर्द
6. सांस लेने में कठिनाई
7.उल्टी या दस्त
8. अत्यधिक थकान
9. गंभीर मामलों में इससे फेफड़ों में संक्रमण भी हो सकता है।
खान-पान में बदलाव क्यों जरूरी?
दरअसल, यह बदलाव मुख्यत: उन लोगों के लिए जरूरी है, जो नोएडा, दिल्ली, यूपी और एनसीआर में रहते हैं। इसका कारण यह है कि यूपी के पॉल्ट्री फार्म्स के अंडे इन सभी इलाकों में आते हैं, जिन्हें यहां के लोग खाते हैं। हालांकि, सिर्फ अंडे नहीं बल्कि चिकन खाने से भी लोगों को बर्ड फ्लू का इंफेक्शन हो सकता है। कच्चा दूध, अनपाश्चुराइज्ड मिल्क प्रोडक्ट्स और प्रोसेस्ड मीट्स खाने से भी बचें।

बर्ड फ्लू से बचाव
- संक्रमित पक्षियों से दूर रहें, बीमार या मरे हुए पक्षियों को छूने से बचें।
- अच्छी तरह से पका हुआ मांस खाएं- चिकन और अंडों को अच्छी तरह पकाकर ही खाएं।
- साफ-सफाई का ध्यान रखें- हाथ धोने की आदत डालें, विशेषकर कच्चे मांस को छूने के बाद।
- संक्रमित क्षेत्रों से दूरी- पॉल्ट्री फार्म या पक्षियों के बाजारों में न जाएं।
- यदि पॉल्ट्री फार्म में जाना पड़े तो, मास्क और दस्ताने पहनें।
- सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें।