झांसी के होमगार्ड प्रशिक्षण केंद्र में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां एक कुक ने इंस्पेक्टरों द्वारा कथित पिटाई और प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि प्रशिक्षण ले रहे होमगार्डों से वसूली करने का विरोध करने पर दो इंस्पेक्टरों ने उनके पिता को पीटा, जिसके बाद उन्होंने जहर खाकर जान दे दी।
मृतक सुरजन सिंह पटेल ने मरने से पहले मंडलीय कमांडेंट को लिखी एक शिकायत में कहा कि प्रशिक्षण लेने वाले लड़कों को प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एक प्रशिक्षणार्थी की शादी पर इंस्पेक्टर सुभाष ने ₹1500 वसूले थे। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो इंस्पेक्टर सुभाष और लक्ष्मीशंकर ने उन्हें पीटा और गेट में ताला लगाकर बंद कर दिया।
उन्होंने आगे लिखा कि “मैंने दीवार कूदकर भागकर अपनी जान बचाई, नहीं तो वे मुझे मार डालते। वे कह रहे थे कि मैंने शराब पी रखी है। अगर मैंने शराब पी थी तो मेडिकल कराते। लेकिन उन्हें मुझे मारने का कोई अधिकार नहीं था। मेरी बेइज्जती हुई है। उन्होंने खुद शराब पी रखी थी और मुझे लाठी-डंडों से पीटा। इसलिए मैं आत्महत्या करने जा रहा हूं। मैं अनपढ़ हूं, अगर मैंने कोई गलती की हो तो मुझे माफ़ करना।”
इस घटना के बाद मृतक के बेटे अनूप पटेल ने दोनों इंस्पेक्टरों के खिलाफ तहरीर दर्ज कराई है। पुलिस ने आरोपों के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मृतक ने मरने से पहले मंडलीय कमांडेंट को शिकायत पत्र सौंपा था, जिसमें उन्होंने आत्महत्या का कारण उत्पीड़न बताया था। उन्होंने कहा कि जो भी साक्ष्य मिलेंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।