ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने अपने नए प्रमुख की घोषणा कर दी है। नईम कासिम संगठन की कमान संभालेगे। बता दें कि 71 वर्षीय नईम कासिम 1991 से लेबनानी ग्रुप के उप महासचिव के रूप में काम कर रहा है। हिजबुल्लाह को कई देशों ने आतंकी संगठन घोषित कर रखा है।
नईम कासिम, हसन नसरल्लाह की जगह लेंगे जिनकी मौत पिछले महीने इजरायली बमबारी में हुई थी।
इससे पहले इजरायल ने 22 अक्टूबर को यह घोषणा की थी कि उसने तीन सप्ताह पहले बेरूत में नसरल्लाह के उत्तराधिकारी माने जा रहे हाशेम सफीद्दीन को भी मार गिराया था।
साल 1982 में हिजबुल्लाह के संस्थापकों में से एक कासिम को सोमवार को समूह के सात सदस्यों वाले केंद्रीय निर्णय लेने वाले निकाय शूरा परिषद की बैठक के बाद महासचिव चुना गया।
परिषद ने अपने फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि हिजबुल्लाह अपने सिद्धांतों, लक्ष्यों और मार्ग पर कायम रहेगा, ताकि प्रतिरोध की लौ को जीवित रखा जा सके और ‘अंतिम विजय’ तक उसका झंडा ऊंचा रहे।
साल 1953 में दक्षिणी लेबनान में जन्मे कासिम 1991 में संगठन के उप महासचिव बने और तब से हिजबुल्लाह के ‘सेकंड-इन-कमांड’ के रूप में काम करते रहे।
वहीं, नसरल्लाह की मृत्यु के बाद कासिम तीन टेलीविजन भाषणों में दिखाई दिए, जिसमें उन्होंने अपने अनुयायियों को आश्वस्त किया कि हिज्बुल्लाह जवाबी कार्रवाई करेगा, भले ही पिछले कुछ हफ्तों में उसे नेतृत्व संबंधी गंभीर संकट का सामना करना पड़ा हो।
कासिम ने पिछले महीने टिप्पणी की थी, “मुझे पूरा विश्वास है कि दुश्मन के ये हमले प्रतिरोध को कमजोर नहीं करेंगे और हम निश्चित रूप से जीतेंगे।” यह बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में इजरायली वायु सेना के हमले में नसरल्लाह की हत्या के बाद हिज्बुल्लाह के किसी वरिष्ठ अधिकारी का पहला भाषण था।
अमेरिकी विदेश विभाग ने अक्टूबर 1997 में हिजबुल्लाह को एक विदेशी आतंकवादी संगठन घोषित किया था। यूरोपीय संघ, अरब लीग और खाड़ी सहयोग परिषद सहित 60 से अधिक अन्य देशों और संगठनों ने भी हिजबुल्लाह को आंशिक रूप से या पूरी तरह से आतंकवादी समूह घोषित किया है।