समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे को लेकर दिए गए विवादित बयान पर यूपी के श्रम और सेवायोजन व्यवहार अध्यक्ष ठाकुर रघुराज सिंह (Raghuraj Singh) ने पलटवार किया है। उन्होंने ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। आगरा या बरेली के मानसिक चिकित्सालय में उनका उपचार कराना चाहिए।
दरअसल कुछ दिन पहले स्वामी प्रसाद मौर्य ने ज्ञानवापी मस्जिद के ASI सर्वे को लेकर विवादित बयान दिया था। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि ज्यादातर हिंदू मंदिर बौद्ध मठों को तोड़कर बनाए गए हैं। उन्होंने बद्रीनाथ मंदिर को लेकर भी ऐसा ही दावा किया है। उनके इस बयान पर अब ठाकुर रघुराज सिंह ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। वो लाखों वर्ष पुराने सनातन धर्म पर सवाल उठा रहे हैं और हिंदुओं को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हिंदू बांटने वाला नहीं है।
रघुराज सिंह ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौकापरस्त नेता हैं। ऐसा कोई दल नहीं, जिसमें वो रहे न हों। उनको इतना ज्ञान नहीं है कि यहूदी, जैन, बौद्ध, ईसाई, इस्लाम और खालसा पंथ कब बना। सनातन धर्म लाखों वर्ष पुराना है। स्वामी प्रसाद अखिलेश यादव के नेतृत्व में वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं। इसी के चलते हिंदुओं को आपस में लड़ाकर बांटना चाहते हैं। मगर, अब हिंदू जागरूक हो चुका है और इनकी रणनीति समझ चुका है कि ये सब चोर-चोर मौसेरे भाई है।
उन्होंने आगे कहा कि मेरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग है कि जो सनातन धर्म के खिलाफ बोलते हैं, इन सब की संपत्ति की जांच कराई जाए। रही बात स्वामी प्रसाद मौर्य की तो वो न अपने समाज का भला कर सकते हैं, न प्रदेश का न देश का। वो भला कर सकते हैं तो अपने परिवार का। अपने परिवार को बढ़ावा देने के अलावा अपने मौर्य समाज से आज तक किसी भी एक बड़े नेता को खड़ा नहीं किया। ईश्वर से प्रार्थना करूंगा कि उन्हें सद्बुद्धि दे।