जिले की तहसील सकिंदराराऊ के गांव रतिभानपुर मुगलगढ़ी में भोले बाबा के सत्संग पंडाल में भगदड़ मचने से करीब 125 लोगों की मौत हो गई है।
50 से 60 शव सकिंदराराऊ के सीएचसी, 27 शव पड़ोसी जिला एटा तथा आगरा 35 शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं।
अलीगढ़ रेंज ने आईजी शलभ माथुर ने 116 लोगों की मौत की पुष्टि की है। काफी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे घायल हैं जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
वहीं आगरा सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि 35 शवों को आगरा पोस्टमार्टम के लिए लाया जा रहा है।
वहीं घटना की जानकारी मिलते ही एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ, अलीगढ़ कमिश्नर चैत्रा वी, आईजी रेंज अलीगढ़ शलभ माथुर घटनास्थल पर पहुंच गए और अस्पतालों में भर्ती घायलों से पूछताछ की।
दरअसल, भोले बाबा का प्रवचन सुनने के लिए हाथरस, एटा बॉर्डर के पास स्थित रतीभानपुर-मुगलगढ़ी में बहुत बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। पंडाल में भयानक उमस और गर्मी के कारण भगदड़ मच गई। भगदड़ में लोग एक दूसरे को कुचलते हुए भागने लगे।
इस दौरान महिलाएं, बच्चे लोगों के पैरों से कुचल कर गंभीर रूप से घायल हो गए।
प्रशासन ने तुरंत घायल व मृतकों को सकिंदराराऊ सीएचसी तथा पड़ोसी जिला एटा के जिला अस्पताल पहुंचाया। सिर्फ एटा के सरकारी अस्पताल में 27 शव पहुंचे हैं जिनमें 25 महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। उधर, हाथरस के सकिंदराराऊ के सीएचसी पर 50 से 60 शव पहुंचाए गए हैं।
करीब 35 शवों को आगरा भेजा गया है। डीएम हाथरस आशीष कुमार का कहना है कि उमस के कारण भगदड़ होने से यह हादसा हुआ है। यह एक निजी कार्यक्रम था जिसके लिए एसडीएम सकिंदराराऊ से परमीशन ली गई थी।
बाहरी सुरक्षा व्यवस्था प्रशासन के हाथ में थी लेकिन अंदर की व्यवस्था आयोजकों के हाथ में थी।
प्रशासन ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर – 057-22227041, 22227042
पुलिस की नौकरी छोड़ सत्संग कर रहा था भोले बाबा
पुलिस में सब इंस्पेक्टर की नौकरी छोड़ने के बाद भोले बाबा बने कासगंज के पटियाली के गांव बहादुर नगर निवासी एसपी सिंह ने सत्संग करना शुरू कर दिया था। एसपी सिंह ने 2007 में पुलिस की नौकरी छोड़ दी थी। इसके बाद उन्होंने साकार वि हरि के नाम से सत्संग करना शुरू किया। श्रद्धालुओं ने उन्हें भोले बाबा कहना शुरू कर दिया था। वह अपनी पत्नी के साथ सत्संग में शामिल होते हैं।
राष्ट्रपति, पीएम, यूपी सीएम और राहुल गांधी ने दुख जताया
► ‘हाथरस में हुए हादसे में महिलाओं और बच्चों सहित कई श्रद्धालुओं की मौत की खबर हृदय विदारक है। मैं उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं, जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया।’ -द्रौपदी मुमरु, राष्ट्रपति
► ‘हाथरस में एक कार्यक्रम में भगदड़ मचने से कई लोगों की दुखद मृत्यु की सूचना आई। मैं मृतकों के प्रति अपनी संवेदना (शोक) व्यक्त करता हूं। मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना करता हूं।’ -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
► ‘हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दु:खद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। राहत एवं बचाव कायरें को युद्ध स्तर पर चलाने और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए गए हैं।’ -योगी आदित्यनाथ, सीएम उप्र
► ‘हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु का समाचार अत्यंत पीड़ादायक है। सभी शोकाकुल परिजनों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं।’ -राहुल गांधी, नेता प्रतिपक्ष