आजकल साइबर अपराध एक चुनौती बनता जा रहा है। थानों में हर रोज दो से चार शिकायतें साइबर क्राइम की आ रही हैं। इन शिकायतों से निपटना पुलिस के लिए चुनौती बनता जा रहा है। साइबर अपराध से निपटने के लिए अब पुलिस साइबर एक्सपर्टस का सहारा लेगी। ये साइबर एक्सपर्टस पीटीसी में पुलिस के नए रंगरूटों को साइबर क्राइम की क्लास लगाकर उनको इससे लड़ने की ट्रेनिंग देंगे। इसके लिए लखनऊ के रहने वाले आयुष पटेल को भी चुना गया है। कक्षा 12वीं फेल आयुष पटेल एथिकल हैकर अपनी काबिलियत के बल पर साइबर अपराध रोकने में पुलिस की मदद करेंगे।
आज की दुनिया में साइबर सुरक्षा एक बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है। साइबर अपराधी लगातार नए तरीके ढूंढ रहे हैं। जिससे वो हमारे डेटा और सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकें। एथिकल हैकर ऐसे लोग होते हैं जो संगठनों के कंप्यूटर नेटवर्क और सिस्टम में कमजोरियों को खोजने और ठीक करने में मदद करते हैं। वे यह सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि संगठन साइबर हमलों से सुरक्षित हैं।
पीटीसी पहुंचे आयुष ने बताया कि 2021 में उन्होंने अपना पहला ग्लोबल सर्टिफिकेशन हासिल किया। उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज वह माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, ईसी काउंसिल, रेड हैट जैसी शीर्ष कंपनियों से 15 ग्लोबल सर्टिफिकेशन प्राप्त कर चुके हैं।
उन्होंने साइबर सुरक्षा और लिनक्स के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे हैं। हरियाणा पुलिस के साथ साइबर सुरक्षा इंटर्न के रूप में काम किया। जहां उन्होंने हरियाणा पुलिस को साइबर क्राइम से कैसे निपटा जाए इसकी ट्रेनिंग दी। आयुष बताते हैं कि वो सीईएच (Certified Ethical Hacker) और आरएचसीएसए (RHCSA) परीक्षाओं को पास करके के बार साइबर क्राइम की बारीकियों को सीखा है।
उन्होंने साइबर सुरक्षा और लिनक्स के बारे में लोगों को जागरूक कर रहे हैं। हरियाणा पुलिस के साथ साइबर सुरक्षा इंटर्न के रूप में काम किया। जहां उन्होंने हरियाणा पुलिस को साइबर क्राइम से कैसे निपटा जाए इसकी ट्रेनिंग दी। आयुष बताते हैं कि वो सीईएच (Certified Ethical Hacker) और आरएचसीएसए (RHCSA) परीक्षाओं को पास करके के बार साइबर क्राइम की बारीकियों को सीखा है।
आयुष ने अपनी नई पुस्तक “योर पॉजिटिव नेगेटिव थॉट्स” के बारे में बताया। यह किताब “असफलता” के आधार पर आधारित है और इसमें वह समझाते हैं कि असफलता कैसे एक मुकाबले का अवसर बन सकती है। आयुष भारत की आईटी कंपनी HCLTech में काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि साइबर सुरक्षा हमारी डिजिटल दुनिया की रक्षा करने की प्रक्रिया है। इसमें हमारे डेटा, उपकरणों और नेटवर्क को अनधिकृत पहुंच, उपयोग, प्रकटीकरण, व्यवधान, संशोधन या विनाश से बचाना शामिल है। उन्होंने वर्तमान युग में एथिकल हैकर की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।