हरदा जिले की एक पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार को सुबह भीषण आग लग गई। यहां पटाखों में आग लगने से कई किलोमीटर दूर तक धमाकों की आवाज से पूरा हरदा गूंज उठा। कई घरों में दरारें आ गई हैं। बम धमाकों से आसपास के कई किलोमीटर दूर तक भूकंप जैसे झटके महसूस किए गए हैं। जबकि फैक्ट्री के आसपास 100 मीटर के दायरे में जो भी था वो नष्ट हो गया है। कई किलोमीटर दूर से धुआं और आग की लपटें दिखाई दे रही थी। खबर लिखे जाने तक 11 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है, जबकि 100 से अधिक घायलों को आसपास के जिलों में शिफ्ट किया जा रहा है। मौत का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है, क्योंकि जब घटना हुई तो फैक्ट्री में 150 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे थे।
हरदा शहर (harda) से से मगरदा रोड पर स्थित सोमेश फायरवर्क्स पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार की सुबह अचानक आग लग गई। आग लगने के बाद बारूद और पटाखों में भी आग लग गई। इस दौरान भीषण धमाके होने लगे। देखते ही देखते फैक्ट्री और आसपास 100 मीटर का इलाका नष्ट हो गया। धमाके इतनी तेज थे कि आसपास के 100 मीटर के दायरे में जो भी था वो नष्ट हो गया। जबकि हरदा के आसपास की तहसीलों तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। आग इतनी भयानक थी कि कई किलोमीटर दूर से ही लपटें दिखाई दे रही थी और धुएं का गुबार 20 किलोमीटर दूर से भी नजर आ रहा था।
बताया जा रहा है कि जब फैक्ट्री में आग लगी तब वहां 150 से अधिक कर्मचारी वहां काम कर रहे थे। खबर लिखे जाने तक 11 मौतों की खबर है वहीं, 100 से अधिक लोगों के घायल होने के समाचार हैं। हालांकि अब तक मृतक और घायलों की संख्या की पुष्टि नहीं की गई है।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने तत्काल घटना का संज्ञान लेते हुए मंत्री उदय प्रताप सिंह, एसीएस अजीत केसरी, डीजी होम गार्ड के अरविंद कुमार हेलीकॉप्टर से जाने के निर्देश दिए हैं। भोपाल, इंदौर में मेडिकल कालेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने को कहा है। इंदौर, भोपाल से फायर ब्रिगेड की दमकलों को भेजा जा रहा है। राहत कार्यों के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश जारी किए।
हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई दुर्घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तत्काल घटना का संज्ञान लिया है। उन्होंने कैबिनेट मंत्री उदय प्रताप सिंह, ACS अजीत केसरी, डीजी होमगार्ड को तत्काल हेलीकॉप्टर से हरदा जाने के निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएप की टीमें और आस-पास के शहरों से फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को हरदा रवाना किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घायलों के बेहतर उपचार के लिए भोपाल, इंदौर में मेडिकल कालेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि घायलों का बेहतर से बेहतर उपचार हमारी पहली प्राथमिकता है।
हरदा में हुए भीषण हादसे के बाद आसपास के जिलों से भी मदद भेजी जा रही है। देवास जिले के कलेक्टर ऋषभ गुप्ता के निर्देश पर देवास जिले के नेमावर, खातेगांव, कन्नौद, सतवास से भी फायर ब्रिगेड हरदा रवाना की गई हैं। मेडिकल टीमें भी हरदा रवाना कर दी गई हैं। साथ ही खातेगांव अस्पताल में भी डाक्टरों को मौजूद रहने के निर्देश दिए हैं।
हादसे में अब तक 11 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो गई है, जबकि 100 से अधिक लोग घायल हैं, जबकि गंभीर घायलों को आसपास के जिलों में भेजा जा रहा है। फैक्ट्री में आग लगने के बाद एक युवक घटना का वीडियो मोबाइल से बना रहा था, तभी तेज धमाके के कारण उसकी मौत घटनास्थल पर हो गई। इसी प्रकार से अन्य लोगों की भी लाशें फैक्ट्री के आसपास बिछ गई थीं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ का दल घायलों को अस्पताल ले जा रहे हैं। जबकि मृतकों को हरदा के मर्चुरी में पहुंचाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री काम चल रहा था। इस दौरान करीब 150 कर्मचारियों के वहां मौजूद होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
हरदा में पटाखा फैक्ट्री में हुई दुर्घटना पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तत्काल घटना का संज्ञान लिया है। सीएम ने कैबिनेट बैठक के दौरान ही इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। जिसमें मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा, पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव गृह संजय दुबे, प्रमुख सचिन नगरी प्रशासन एवं विकास नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव सामान्य प्रशासन मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राघवेंद्र सिंह तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सीएम ने कैबिनेट मंत्री उदय प्रताप सिंह, ACS अजीत केसरी, डीजी होमगार्ड को तत्काल हेलीकॉप्टर से हरदा जाने के निर्देश दिए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएप की टीमें और आस-पास के शहरों से फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को हरदा रवाना किया जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने घायलों के बेहतर उपचार के लिए भोपाल, इंदौर में मेडिकल कालेज और एम्स भोपाल में बर्न यूनिट को आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि घायलों का बेहतर से बेहतर उपचार हमारी पहली प्राथमिकता है। भोपाल, इंदौर में मेडिकल कॉलेज और aiims भोपाल में बर्न यूनिट को तैयारी रखने के निर्देश दे दिए गए हैं।
होशंगाबाद में भी अस्पतालों में घायलों के उपचार के लिए व्यवस्था की गई है। हरदा में होशंगाबाद सहित आसपास के क्षेत्र से 14 डॉक्टर तत्काल रवाना किए गए हैं। हरदा में 20 एम्बुलेंस मौजूद हैं, तथा 50 और पहुंच रही है। भोपाल इंदौर बैतूल, होशंगाबाद भेरूंदा, रेहटी सहित अन्य नगरीय निकायों तथा संस्थाओं से फायर ब्रिगेड हरदा भेजे जा रहे हैं।
हरदा से घायलों को भोपाल लाए जाने से पहले ही अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। हरदा में भोपाल से 20 एवं अन्य ज़िलों से कुल मिलाकर 115 एम्बुलेंस भेजी जा रही हैं। 3 अतिरिक्त एम्बुलेंस में बर्न संबंधी कंज्यूमेबल्स एवं दवाएँ भेजी जा रही है। मेडिकल कॉलेज भोपाल और मेडिकल कॉलेज इंदौर से चिकित्सकों की स्पेशल टीम हरदा भेजी गयी हैं। मेडिकल कॉलेज भोपाल में 50 बेड और एम्स भोपाल में 10 बेड दुर्घटना पीड़ित के लिए तैयारी कर रिज़र्व रखे गये हैं।