अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि पेंसिल्वेनिया चुनावी रैली में उन पर हुए जानलेवा हमले में उनकी मौत नियत कर दी गई थी। उन्होंने कहा यह विचित्र अनुभव था।
घटना के बाद अपने पहले साक्षात्कार में 78 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति ने बताया कि उन्हें लगता है कि वे भाग्य या भगवान की कृपा से बच गए।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार से शुरू हुए रिपब्लिकन राष्ट्रीय सम्मेलन के लिए मिलवॉकी जाते समय कहा, मेरे बारे में यह माना जा रहा था कि मैं यहां नहीं रहूंगा, मेरी मौत नियत कर दी गई थी।
सम्मेलन में उन्हें पांच नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के उम्मीदवार नामित किया जाएगा।
ट्रंप ने कहा, सबसे अविश्वसनीय बात यह थी कि मैंने न केवल अपना सिर घुमाया, बल्कि सही समय पर और सही मात्रा में घुमाया। जो गोली उनके कान को छूती हुई निकली, उससे उनकी आसानी से मौत हो सकती थी।
इस हमले में एक दर्शक की मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। उन पर हमला करने वाले 20 वर्षीय बंदूकधारी की भी मार गिराया गया, जिसका नाम थॉमस मैथ्यू क्रुक्स था।
‘न्यूयॉर्क पोस्ट’ के अनुसार, ट्रंप ने अपने दाहिने कान पर सफेद पट्टी बांध रखी थी, लेकिन उनके सहयोगियों ने कोई तस्वीर लेने की अनुमति नहीं दी।