कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के त्यागी बिरादरी पर दिए बयान के बाद प्रदर्शन शुरू हुए। लेकिन, अब समाज में अंदरूनी राजनीति शुरू हो गई है। मंत्री के माफी मांगने को लेकर त्यागी बिरादरी दो गुटों में बंट गई है। मांगेराम त्यागी गुट मंत्री को माफी देकर अब हिस्सेदारी की बात पर अड़ा है। वहीं श्रीकांत त्यागी गुट मंत्री के सार्वजनिक माफी मांगने पर अड़ा है।
श्रीकांत त्यागी ने 21 अगस्त का अल्टीमेटम दिया है। अगर मंत्री ने मीडिया के सामने आकर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी तो त्यागी बिरादरी शुक्रताल में आंदोलन करेगी। श्रीकांत त्यागी ने मेरठ में खुले मंच से कहा कि माफी नहीं मांगी तो गर्मी निकाल देंगे। उधर मांगेराम त्यागी का कहना है कि मंत्री माफी मांग चुके हैं, हमने माफ कर दिया। अब हमें सीटों में हिस्सेदारी चाहिए।
त्यागी भूमिहार समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष मांगेराम त्यागी अपने समर्थकों के साथ 5 अगस्त को गाजियाबाद के मानसरोवर भवन के बाहर धरने पर बैठे रहे। अंदर भाजपा का पंचायत प्रशिक्षण शिविर चल रहा था। जिसमें खुद प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी पहुंचे थे। बाहर मांगेराम त्यागी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के बयान को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। भूपेंद्र चौधरी के बाहर आने पर मांगेराम त्यागी, समर्थकों ने रास्ता रोका। तभी मंत्री स्वतंत्र देव ने कार में बैठकर रास्ते से एक वीडियो बनाकर जारी किया। जिसमें उन्होंने अपने बयान, शब्दों को लेकर माफी मांगी और कहा कि अपने शब्द वापस लेता हूं। वीडियो के बाद मांगेराम त्यागी समर्थकों ने उन्हें माफ कर दिया। बिरादरी ने कहा कि अब माफी नहीं हमें हिस्सेदारी चाहिए। सीटों में त्यागी समाज को भी हिस्सा मिले। इसी बात को लेकर आंदोलन होगा। 6 अगस्त को भी मांगेराम त्यागी ने सहारनपुर, मुजफ्फरनगर में पंचायत कर टिकट में हिस्सेदारी की बात कही।
रविवार 6 अगस्त को मेरठ में राष्ट्रवादी लोकतांत्रिक मंच ने त्यागी हॉस्टल में महापंचायत बुलाई। महापंचायत में 3 राज्यों से त्यागी बिरादरी के लोग भारी संख्या में पहुंचे। 99 साल के स्वतंत्रता सेनानी गंगाशरण त्यागी के अलावा श्रीकांत त्यागी भी शामिल हुए। सर्वसम्मति से समाज ने श्रीकांत त्यागी को पगड़ी बांधकर अपना नेता चुना।
श्रीकांत त्यागी ने मंच से कहा कि यह महापंचायत 3 प्रमुख बिंदुओं पर बुलाई है। पहला मंत्री स्वतंत्र देव सार्वजनिक रूप से अपने बयान के लिए माफी मांगे। दूसरा योगी कैबिनेट से मंत्री को बर्खास्त किया जाए। इसके बाद तीसरा मुद्दा टिकटों में हिस्सेदारी का आता है। श्रीकांत ने मंच से कहा कि त्यागी समाज के एक लड़के से भाजपा का 21 अगस्त 2022 को पाला पड़ा था। 21 अगस्त फिर आ रहा है। मंत्री ने माफी नहीं मांगी तो उसी शुक्रताल में त्यागी बिरादरी आंदोलन कर बता देगी कि हमारा खून कितना गर्म है।
त्यागी हॉस्टल की महापंचायत में मांगेराम त्यागी जो समाज के प्रमुख नेता है नजर नहीं आए। मांगेराम त्यागी को बुलावा नहीं था। मांगेराम त्यागी ने फोन पर बताया कि हम मंत्री को माफी दे चुके हैं अब हिस्सेदारी की लड़ाई है। इस महापंचायत का कोई मतलब नहीं, न ही मुझे बुलाया गया। वहीं श्रीकांत त्यागी ने कहा कि मांगेराम त्यागी समाजिक व्यक्ति हैं राजनीतिक नहीं। समाज के प्रमुख हैं हमारे बड़े हैं उन्होंने मंत्री को माफ कर दिया तो ये माफी नहीं मानी जाएगी।
एक साल पहले नोएडा में श्रीकांत त्यागी प्रकरण के बाद जब श्रीकांत त्यागी जेल गए थे, तब पूरे त्यागी समाज ने आंदोलन किया था। पूरा आंदोलन मांगेराम त्यागी के निर्देशन में ही हुआ था। उन्होंने ही पूरे त्यागी समाज को एकजुट कर वेस्ट यूपी में जगह जगह आंदोलन किए। सभाएं करी थी। यहां तक की श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी को लेकर सीएम योगी से मिलने का लगातार प्रयास कर लड़ाई लड़ी थी।